
राज्यसभा की 245 सदस्यों में से मौजूदा समय में बीजेपी के पास सिर्फ 57 सदस्य और कांग्रेस के पास भी 57 हैं. इस तरह दोनों दलों की ताकत बराबर है. बीजेपी के पास लोकसभा की तरह राज्यसभा में अभी बहुमत नहीं है. इसीलिए मोदी नेतृत्व वाली केंद्र सरकार को राज्यसभा में विधेयकों को पास कराने में काफी मशक्कत उठानी पड़ती है.नये साल 2018 में देश के उच्च सदन यानी राज्यसभा में बीजेपी सबसे बड़े दल बनकर उभरेगा. इस साल बीजेपी के राज्यसभा सदस्यों की संख्या 57 से बढ़कर कम से कम 67 हो जाएगी. तो वहीं कांग्रेस के सदस्यों की संख्या 57 से घटकर 48 हो जाएंगी.
राज्यसभा में किसके पास कितनी ताकत
बता दें कि मौजूदा समय राज्यसभा में एनडीए के 87 सांसद हैं. इसमें से बीजेपी के 57, टीडीपी के छह, शिवसेना के तीन, शिरोमणि अकाली दल के तीन, 7 जनता दल (यू), पीडीपी के दो सांसद शामिल हैं. इसके अलावा सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट, बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट आदि के चार सांसद हैं. वहीं, अभी एनडीए के मुकाबले यूपीए के राज्यसभा में सांसदों की संख्या अधिक है. कांग्रेस के 57, डीएमके के चार, आरजेडी के 3, और अन्य पार्टियों को मिलाकर यह संख्या कुल 84 पहुंचती है. इसके अलावा अन्य पार्टियों के 82 सांसद राज्यसभा में हैं.
बीजेपी बढ़ेगी, कांग्रेस, सपा घटेगी
इस साल बीजेपी के राज्यसभा सदस्य बढ़ेंगे. ये सदस्य उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान, हरियाणा, झारखंड और उत्तराखंड से चुनकर आएंगे. इन राज्यों में बीजेपी बड़ी ताकत के साथ सत्ता में है और उसके विधायकों की संख्या में अच्छी खासी है. इसके साथ ही बीजेपी सहयोगियों दलों की सीटें भी बढ़ेंगी. इनमें तेलगंगा में तेलगु देशम पार्टी और आंध्र में टीडीपी की सीटें बढ़ेगी. टीआरएस दो से बढ़कर पांच हो जाएगी. जबकि कांग्रेस के राज्यसभा सदस्यों की संख्या में गिरवाट आएगी. इसके साथ ही सपा और बसपा की सीटें भी घटेगी.
दिल्ली से कांग्रेस को नुकसान आप का फायदा
दिल्ली में तीन राज्यसभा सीटें हैं, जिन पर कांग्रेस का कब्जा है. कर्ण सिंह, जनार्दन द्विवेदी और परवेज हाशमी राज्यसभा सदस्य थे. 16 जनवरी तक इन सीटों पर राज्यसभा सदस्य चुने जाने है. कांग्रेस को दिल्ली से तीन सीटों का नुकसान होगा, तो वहीं आप को फायदा होगा. वहीं यूपी में मनोहर पर्रिकर द्वारा छोड़ी गई सीट पर उपचुनाव है, बीजेपी की पर्याप्त संख्या है. ऐसे में बीजेपी की एक सीट यूपी से बढ़ेगी. इस तरह बीजेपी 58 सदस्य के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन जाएगी.
शरद यादव को नीतीश से बगावत करने के चलते अयोग्य ठहराने जाने के चलते खाली सीट और दूसरी वीरेंद्र कुमार ने खुद छोड़ी है, एक केरल से है. बसपा प्रमुख मायावती (यूपी) के इस्तीफे की वजह से चार और रिक्तियां हैं, कांग्रेस सदस्य पालवई गोवर्धन रेड्डी (तेलंगाना) की मौत, जेडी (यू) के सदस्य अली अनवर अंसारी (बिहार) के अयोग्य और मुकुल रॉय (पश्चिम) के इस्तीफे बंगाल) तृणमूल कांग्रेस से बीजेपी ज्वाइन करने की वजह से खाली हुई है. इन सीटों पर उपचुनाव होने है.
यूपी से होगा बीजेपी को फायदा
उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर राज्यसभा चुनाव होने है. इनमें सपा को पांच से छह सीटों का नुकसान होगा. जबकि वहीं बीजेपी को फायदा होगा. बीजेपी को आठ सीटों पर जीत हासिल करने की उम्मीद है. इसके अलावा दो सीटें होगी जिनमें से एक सपा और एक सीट संयुक्त रूप से होगी. इसके अलावा इसी तरह बिहार की सात सीटों पर होने वाले राज्यसभा के चुनाव होंगे.