
अमिताभ बच्चन की बादशाहत को जबरदस्त चुनौती देने वाले हैंडसम एक्टर विनोद खन्ना का जन्मदिन है आज. विनोद ने शुरुआत एक विलेन के तौर पर की. मेरा गांव मेरा देश का डकैत जब्बार लोगों के जेहन में खौफ की एक शकल पैदा कर देता था. फिर धीमे धीमे वह हीरो बन गए. और अपने करियर के पीक पर एक्टिंग छोड़कर ओशो रजनीश के चेले बन गए. फिर वापसी की, मगर तब तक उनका सुरूर उतार पर आ चुका था. विनोद खन्ना ने राजनीति में भी सफल पारी खेली. फिलहाल वह पंजाब की गुरदासपुर सीट से बीजेपी के सांसद हैं. आइए उनको कुछ और जानें
1. पैदाइश पाकिस्तान के पेशावर में. 6 अक्टूबर 1946 को.
2. मां का नाम कमला, पिता का नाम कृष्णचंद खन्ना. पिता का टेक्सटाइल, डाई और केमिकल का कारोबार.
3. परिवार में उनके अलावा तीन बहनें और एक भाई. फिल्मी दुनिया में सिर्फ विनोद ही आए.
4. विभाजन के बाद परिवार पेशावर से मुंबई शिफ्ट हो गया. कुछ साल परिवार कारोबारी सिलसिले में दिल्ली आ गया.
5. विनोद ने मुंबई के मशहूर क्वीन मेरी स्कूल, सेंट जेवियर्स हाई स्कूल और फिर दिल्ली के दिल्ली पब्लिक स्कूल में पढ़ाई की.
6. विनोद का परिवार एक बार फिर मुंबई शिफ्ट हो गया. मगर उन्हें पढ़ाई के वास्ते नासिक के देवली इलाके में स्थित एक बोर्डिंग स्कूल भेज दिया गया. यहीं पर उनका सिनेमा से पहला और गहरा ताल्लुक कायम हुआ.
7. विनोद खन्ना की पहली फिल्म थी, मन का मीत. हीरो थे सुनील दत्त और विनोद थे विलेन.
8. करियर के इस दौर में विनोद ने पूरब और पश्चिम, सच्चा झूठा, आन मिलो सजना, मस्तानी और मेरा गांव मेरा देश जैसी फिल्में कीं. ज्यादातर में या तो वह विलेन बने या सपोर्टिंग एक्टर.
9. बतौर हीरो विनोद खन्ना पर बड़ा भरोसा दिखाया गुलजार ने. उन्होंने दो विलेन, शत्रुघ्न सिन्हा और विनोद खन्ना को बतौर लीड हीरो कास्ट कर फिल्म बनाई मेरे अपने. दो साल बाद फिर गुलजार ने अपनी फिल्म अचानक में विनोद को बतौर लीड हीरो कास्ट किया. यह फिल्म मुंबई के मशहूर नानावटी केस से प्रेरित थी और विनोद इसमें नेवल अफसर कावस नानावटी बने थे.
10. फिरोज खान की ब्लॉक बस्टर कुर्बानी ने विनोद खन्ना को बड़ी लीग का हिस्सा बना दिया.
11. अमिताभ बच्चन के साथ विनोद खन्ना ने अस्सी के दशक में हेरी फेरी, खून पसीन, अमर अकबर एंथनी और मुकद्दर का सिकंदर फिल्में कीं. किसी भी फिल्म में विनोद अमिताभ से उन्नीस नजर नहीं आए.
12. 1982 में अपने करियर के पीक पर पहुंचे विनोद खन्ना ने अचानक इंडस्ट्री छोड़ दी. वह आचार्य ओशो रजनीश के भक्त बन गए और भगवा चोला धारण कर ध्यान करने लगे.
13. पांच साल के स्वयं आरोपित निर्वासन के बाद विनोद खन्ना वापस लौटे फिल्म इंसाफ से. 1987 में आई इस फिल्म में उनकी एक्ट्रेस थीं डिंपल कपाड़िया.
14. मुजफ्फर अली ने विनोद खन्ना और डिंपल कपाड़िया के साथ मिलकर फिल्म बनाई थी जूनी. ये आज तक रिलीज नहीं हुई.
15. 1997 में बेटे अक्षय खन्ना को बतौर प्रॉड्यूसर फिल्म हिमालय पुत्र से लॉन्च किया. फिल्म बुरी तरह फ्लॉप हुई. विनोद ने इस फिल्म में एक्टिंग भी की थी.
16. विनोद खन्ना को पहला फिल्म फेयर अवॉर्ड 1975 में हाथ की सफाई के लिए मिला. कैटिगरी थी बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर की. 1999 में उन्हें फिल्म फेयर का लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड मिला.
17. विनोद खन्ना ने पाकिस्तानी फिल्म गॉड फादर में भी लीड रोल किया था. 2007 में रिलीज हुई यह फिल्म काफी सफल रही थी.
18. देश की मानव संसाधन विकास मंत्री स्मृति ईरानी जब टीवी की दुनिया में सक्रिय थीं, तब उनके प्रॉडक्शन हाउस ने एक सीरियल बनाया था मेरे अपने. इसमें विनोद खन्ना काशीनाथ के लीड रोल में थे.
19. 1997 में विनोद खन्ना ने बीजेपी ज्वाइन की. अगले साल यानी 1998 में वह पंजाब के गुरदासपुर से पहली बार सांसद चुने गए. 1999 में दोबारा जीतने के बाद वह अटल सरकार में राज्यमंत्री बने. 2004 में उन्होंने जीत की हैट्रिक बनाई, मगर 2009 में वह चुनाव हार गए थे.
20. विनोद खन्ना ने गीतांजलि से 1971 में शादी की. उनके दो बेटे हैं. राहुल खन्ना और अक्षय खन्ना
21. 1975 में विनोद ओशो के शिष्य बन गए. फिर 1982 में वह मुंबई छोड़ अमेरिका के ओशो कम्यून रजनीशपुरम में जा बसे. वह वहां बर्तन धोते और बगीचे का काम संभालते.
22. विनोद के इस एकतरफा फैसले के चलते उनकी शादी पर संकट आ गए. 1987 में विनोद फिल्मी दुनिया में वापस लौट आए, मगर उनके गीतांजलि के साथ रिश्ते तकरीबन खत्म हो चुके थे. इसलिए दोनों के बीच तलाक हो गया.
23. 1990 में विनोद खन्ना ने कविता से शादी की. उनके दो बच्चे हैं. बेटा, साक्षी और बेटी श्रद्धा.
24. इस दौर में भी विनोद खन्ना छिटपुट रोल करते रहते हैं. मसलन, वह सलमान खान की दबंग फ्रेंचाइजी में नजर आए.
25. विनोद खन्ना की ने फिल्म हीरोपंती और कोयलांचल में भी काम किया. कोयलांचल में वह कोयला माफिया सरयू भान सिंह बने थे.