
फ्रांस के नीस में एक शख्स बेकाबू ट्रक को लेकर नीस शहर में फ्रेंच नेशनल डे के समारोह के लिए जुटी भीड़ में घुस गया. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावर ने लोगों को रौंदने के बाद फायरिंग भी
की. हमलावर करीब दो किलोमीटर तक लोगों को रौंदता रहा. हमले में कम से कम 84
लोगों की मौत हो गई है जबकि 50 से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. लोग
बैस्टिल डे के मौके पर आतिशबाजी देखने के लिए जुटे थे.आतंकवादी संगठन आईएसआईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली है. फ्रांस ने तीन दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है.
हमले का शिकार हुए ज्यादातर विदेशी
फ्रांस के नीस में हुए आतंकी हमले में शिकार हुए ज्यादातर विदेशी नागरिक हैं जो फ्रेंच नेशनल डे के जश्न के दौरान आतिशबाजी देखने के लिए जमा हुए थे. इसमें स्विटजरलैंड, ब्रिटेन, स्पेन के लोग भी शामिल हैं. नेशनल डे समारोह में फ्रांस के साथ-साथ कई देशों के लिए जमा हुए थे.
ISIS ने ली जिम्मेदारी
फ्रेंच मीडिया के मुताबिक कुख्यात आतंकी संगठन आईएसआईएस ने हमले की जिम्मेदारी ली है. पुलिस ने ट्रक ड्राइवर को मार गिराया. हमले के एक संदिग्ध के भाग जाने की खबर भी है. सुरक्षाबलों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और तलाशी अभियान जारी है.
फ्रांस में फिर आतंकी हमला, देखें तस्वीरें
ट्रक में मिले पहचान पत्र
पुलिस के सूत्रों से जानकारी मिली है कि ट्रक में फ्रेंच-ट्यूनिशिया के पहचान पत्र पाए गए हैं. ड्राइवर की पहचान 31 साल के फ्रेंच ट्यूनिशियाई नागरिक के रूप में की गई है. उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. सुरक्षा एजेंसियां पूरे मामले की जांच कर रही हैं. फ्रेंच राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने आतंकी हमला होने से इनकार नहीं किया है. साथ ही देश में तीन महीने के लिए इमरजेंसी जारी रखने का भी ऐलान किया है. पेरिस में हुए हमले के बाद से ही फ्रांस में आपातकाल लागू है. अमेरिका समेत तमाम देशों ने हमले की निंदा की है और जांच में सहयोग की पेशकश की है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने भी हमले की निंदा की है.
कोई भारतीय हताहत नहीं
नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने बताया कि पेरिस में भारतीय राजदूत हमारे नागरिकों के संपर्क में हैं और अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. नीस में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों से एंबेसी के अधिकारी संपर्क में हैं और जरूरी कदम उटाए जा रहे हैं. पेरिस में भारतीय एंबेसी ने हेल्पलाइन नंबर +33-1-40507070 जारी किया है.
हादसा नहीं हमला
पहले खबर आ रही थी हादसे की, लेकिन फ्रेंच अधिकारियों ने इसे एक हमला बताया है. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ड्राइवर ने भीड़ में ट्रक घुसाने के बाद लोगों पर गोलियां भी बरसाईं . इसके बाद हर तरफ लाशें ही लाशें बिछ गईं.
आतंकी को किया ढेर
मौके पर पहुंची पुलिस ने आतंकी को ढेर कर दिया है. फिलहाल किसी तरह के बंधक संकट की सूचना नहीं है. मामले की जांच का जिम्मा एंटी टेररिस्ट जांच अधिकारियों को दिया गया है.
अपनी यात्रा से लौट रहे हैं राष्ट्रपति ओलांद
एविनोन गए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने हमले की सूचना मिलने के बाद पेरिस लौटने का फैसला किया है. वो इस हमले को लेकर बैठक करेंगे. रीजनल प्रेसिडेंस क्रिस्टियन एस्ट्रोजी ने बताया कि जिस ट्रक को भीड़ पर चढ़ाया गया, वो हथियारों और ग्रेनेड से भरा हुआ था.
अमेरिका ने की मदद की पेशकश
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने नाइस में हुए इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है. साथ ही उन्होंने हमले की जांच में फ्रांस को मदद की पेशकश भी की है. दूसरी तरफ फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी ने हमले पर गहरा दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर हमले में लोगों के मारे जाने पर शोक व्यक्त किया है.
मरने वालों की संख्या में हो सकता है इजाफा
फ्रांस के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता पियरे-हेनरी ब्रेंडिट ने हमले की पुष्टि करते हुए कहा कि इस हमले में दर्जनों लोगों की मौत हुई है. उन्होंने कहा कि मरने वालों की संख्या में अभी और इजाफा हो सकता है.
हमले की सूचना मिलते ही पुलिस और कई एंबुलेंस मौके पर पहुंच गई हैं. मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है. फिलहाल किसी आतंकी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.