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घर में बीवी की लाश दफन कर मर्सिडीज से घूमता था इंजीनियर हत्यारा

आठ साल पहले दोनों सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर मिले. दोनों में दोस्ती हुई. दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में तब्दील हो गई. प्यार जब परवान चढ़ा, तो दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया. लेकिन एक मजबूरी थी. ब्वॉयफ्रेंड सात समंदर पार अमेरिका में था, तो गर्लफ्रेंड भारत में थी.

चबूतरे के नीचे दफन लाश बन चुकी है कंकाल चबूतरे के नीचे दफन लाश बन चुकी है कंकाल
मुकेश कुमार
  • भोपाल,
  • 03 फरवरी 2017,
  • अपडेटेड 1:27 PM IST

आठ साल पहले दोनों सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर मिले. दोनों में दोस्ती हुई. दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में तब्दील हो गई. प्यार जब परवान चढ़ा, तो दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया. लेकिन एक मजबूरी थी. ब्वॉयफ्रेंड सात समंदर पार अमेरिका में था, तो गर्लफ्रेंड भारत में थी. उस वक्त वेस्ट बंगाल की रहने वाली गर्लफ्रेंड ने परिजनों से कहा कि वह जॉब करने अमेरिका जा रही है. यह कहकर घर से निकल पड़ी. लेकिन उसे नहीं पता था कि वह वापस कभी घर नहीं लौट पाएगी.

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ब्वॉयफ्रेंड अपनी गर्लफ्रेंड की खातिर भारत लौट आया. दोनों भोपाल के भेल टाउनशिप में साथ रहने लगे. बताया जा रहा है कि दो साल पहले यहीं किसी मंदिर में दोनों ने शादी कर ली, तो कोई ये कहता है कि दोनों ने न्यूयॉर्क में कोर्ट मैरिज भी की थी. हालांकि, दोनों साथ तो रहने लगे, लेकिन साथ का स्वाद बहुत ज्यादा दिन तक नहीं चला. आए दिन दोनों में झगड़ा होने लगा. झगड़ा इस कदर कि दोनों आपे से बाहर हो जाते. एक दिन गुस्से में तमतमाए ब्वॉयफ्रेंड ने अपनी गर्लफ्रेंड की हत्या कर दी.

मर्सिडीज कार से घूमता था हत्यारा
हत्या के बाद उसने गर्लफ्रेंड की डेडबॉडी को ठिकाने लगाने के लिए एक बॉक्स में बंद किया. उस बॉक्स में कई बोरी सीमेंट और पानी डाला, ताकि डेडबॉडी स्टोन बन जाए. बॉक्स को जमीन में दफन कर उसने उसके उपर चबूतरा बना दिया. इस दौरान उसने किसी को भनक तक नहीं लगने दी. दो महीने बीत चुके थे. वह रोज उस चबूतरे पर सोता था. आसपास किसी को जाने तक नहीं देता था. जिंदगी शानदार थी. मर्सिडीज कार से घूमता. अकेले में घर में रहता. लेकिन बेचैनी खाए जाती.

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कैसे खुला सनसनीखेज मर्डर केस
सब-इंस्पेक्टर रमेश राय ने बताया कि वेस्ट बंगाल के बाकुरा जिले के रहने वाले देवेंद्र कुमार शर्मा की 28 साल की बेटी आकांक्षा श्वेत 24 जून 2016 से लापता थी. देवेंद्र ने बाकुरा थाने में अपनी बेटी के अपहरण का मामला दर्ज करवाया था. उनको शक था कि आकांक्षा किसी उदय दास (32) नाम के लड़के के साथ भोपाल के गोविंदपुरा में रह रही है. पिता की निशानदेही पर बाकुर थाना पुलिस गोविंदपुरा पहुंची और भोपाल पुलिस की मदद से उदय दास को हिरासत में लिया.

शव को बॉक्स में डालकर दफनाया
पुलिस ने जब आरोपी उदस से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने इस मामले का खुलासा किया. उसने बताया कि वह आकांक्षा के साथ रहता था. लेकिन दोनों के बीच हो रहे झगड़े से वह तंग आ गया था. इसलिए उसने आकांक्षा की हत्या कर उसके शव को घर में ही दफन कर दिया है. शव सड़े नहीं इसलिए उसे एक बॉक्स में डालकर उसमें सीमेंट डाल दिया. पुलिस ने उदय से ही उस जगह की खुदाई करवाई, तो बॉक्स से आकांक्षा की लाश बरामद हो गई. इस मामले की जांच जारी है.

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