
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 35वीं बार 'मन की बात' कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित किया. पीएम हर महीने के आखिरी रविवार को 11 बजे इस कार्यक्रम के माध्यम से देश को संबोधित करते हैं.
कार्यक्रम की शुरुआत में ही पीएम मोदी ने हरियाणा में हुई हिंसा पर चिंता जताई. पीएम ने कहा कि एक तरफ देश उत्सवों में डूबा हुआ है और दूसरी तरफ से हिंदुस्तान के किसी कोने से जब हिंसा की खबरें आती हैं तो देश को चिंता होना स्वाभाविक है. ये हमारा देश बुद्ध और गांधी का देश है, देश की एकता के लिए जी-जान लगा देने वाले सरदार पटेल का देश है. सदियों से हमारे पूर्वजों ने सार्वजनिक जीवन-मूल्यों को, अहिंसा को, समादर को स्वीकार किया हुआ है, हमारी जहन में भरा हुआ है. अहिंसा परमो धर्म:, ये हम बचपन से सुनते आए हैं, कहते आए हैं. मैंने लाल किले से भी कहा था कि आस्था के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं होगी, चाहे वो सांप्रदायिक आस्था हो, चाहे वो राजनैतिक विचार धाराओं के प्रति आस्था हो, चाहे वो व्यक्ति के प्रति आस्था हो, चाहे वो परम्पराओं के प्रति आस्था हो, आस्था के नाम पर, कानून हाथ में लेने का किसी को अधिकार नहीं है.
डॉ बाबा साहब आंबेडकर ने हमें जो संविधान दिया है उसमें हर व्यक्ति को न्याय पाने की हर प्रकार की व्यवस्था है. मैं देशवासियों को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि कानून हाथ में लेने वाले, हिंसा के राह पर दमन करने वाले किसी को भी, चाहे वो व्यक्ति हो या समूह हो, न ये देश कभी बर्दाश्त करेगा और न ही कोई सरकार बर्दाश्त करेगी. हर किसी को कानून के सामने झुकना होगा, कानून जवाबदेही तय करेगा और दोषियों को सजा दे के रहेगा.
त्योहारों का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि शायद ही 365 दिन में कोई दिन बचता होगा जो कि हमारे यहां त्योहार से न जुड़ा हुआ हो. इन दिनों गणेश चतुर्थी की धूम मची हुई है. सभी देशवासियों को गणेशोत्सव की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. अभी केरल में ओणम का त्योहार मनाया जा रहा है. भारत के रंग-बिरंगे त्योहारों में से एक ओणम केरल का एक प्रमुख त्योहार है. इसके साथ ही उन्होंने देशवासियों को ईद-उल-जुहा की भी बधाई दी.
स्वच्छता का जिक्र करते हुए पीएम ने कहा कि 2 लाख 30 हजार से भी ज्यादा गांव, खुले में शौच से अपने आपको मुक्त घोषित कर चुके हैं. शौचालयों की कवरेज 39% से करीब-करीब 67% पहंची है. मैं आह्वान करता हूं कि 2 अक्टूबर को गांधी जयंती से 15-20 दिन पहले से ही 'स्वच्छता ही सेवा' मुहिम चलाएं. ऐसा स्वच्छता खड़ी कर दें कि 2 अक्टूबर सचमुच में गांधी के सपनों वाली 2 अक्टूबर हो जाए.
पीएम मोदी ने इस कार्यक्रम में कहा कि जब हमारे घर के आस-पास कोई सामान बेचने के लिए आता है तो हम उससे मोल भाव करते हैं पर बड़े-बड़े रेस्त्रां में बिल धड़ाम से दे देते हैं. हम गरीब से मोल-भाव करते हैं, जो कि उसे पीड़ा पहुंचाती होगी. प्रधानमंत्री मोदी को पुणे की अपर्णा ने मैसेज भेजकर ये बात उठाने को कहा.
पीएम ने कहा कि क्या आपको नहीं लगता है कि जब हम, हमारे घर के आस-पास कोई सामान बेचने के लिए आता है, कोई फेरी लगाने वाला आता है, किसी छोटे दुकानदार से, सब्ज़ी बेचने वालों से हमारा संबंध आ जाता है, कभी ऑटो-रिक्शा वाले से संबंध आता है. जब भी हमारा किसी मेहनतकश व्यक्ति के साथ संबंध आता है तो हम उससे भाव का तोल-मोल करने लग जाते हैं, मोल-भाव करने लग जाते हैं. नहीं इतना नहीं, दो रुपया कम करो, पांच रुपया कम करो और हम ही लोग किसी बड़े रेस्त्रां में खाना खाने जाते हैं तो बिल में क्या लिखा है देखते भी नहीं हैं, धड़ाम से पैसे दे देते हैं. इतना ही नहीं शओरूम में साड़ी खरीदने जाएं तो कोई मोल-भाव नहीं करते हैं, लेकिन किसी गरीब से अपना नाता आ जाए तो मोल-भाव किए बिना रहते नहीं हैं. गरीब के मन को क्या होता होगा, ये कभी आपने सोचा है? उसके लिए सवाल दो रुपये- पांच रुपये का नहीं है. उसके ह्रदय को चोट पहुंचती है कि आपने वो गरीब है इसलिए उसकी ईमानदारी पर शक किया है. दो रुपया- पांच रुपया से आपके जीवन में कोई फर्क नहीं पड़ता है, लेकिन आपकी ये छोटी-सी आदत उसके मन को कितना गहरा धक्का लगाती होगी कभी ये सोचा है?
खेल पर पीएम ने कहा कि खेल मंत्रालय ने खेल प्रतिभा की खोज के लिए स्पोर्ट्स टैलेंट सर्च पोर्टल तैयार किया है. इस पर कोई भी बच्चा जिसने खेल के क्षेत्र में कुछ उपलब्धि हासिल की है, वो पोर्टल पर अपना बायोडाटा या वीडियो अपलोड कर सकता है. सलेक्ट इमर्जिंग प्लेयर्स को खेल मंत्रालय ट्रेनिंग देगा और मंत्रालय कल इस पोर्टल को लॉन्च करने वाला है. खुशी की खबर है कि भारत में 6 से 28 अक्टूबर तक फीका अंडर-17 वर्ल्ड कप का आयोजन होने जा रहा है.
प्रधानमंत्री जन-धन योजना वित्तीय समावेशन है. ये भारत में ही नहीं पूरे विश्व में आर्थिक जगत के पंडितों की चर्चा का विषय रहा है. जन-धन योजना से 30 करोड़ लोगों को जोड़ा. 28 अगस्त को जन-धन योजना के 3 साल पूरे. रुपे कार्ड से सम्मान और समानता का भाव जागा. जन-धन योजना में गरीबों के द्वारा करीब 65 हजार करोड़ रुपया बैंकों में जमा हुआ है. इस योजना के साथ जिसका खाता खुला, उसको बीमा का भी लाभ मिला है.
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना से बैंकों से बिना कोई गारंटी पैसे मिले और करोड़ों नौजवान स्वयं अपने पैरों पर खड़े हुए. जन-धन योजना, बीमा, रुपे कार्ड, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के कारण कैसा लाभ हुआ है सर्वे करवाया है. बड़ी प्रेरक घटनाएं मिली हैं.
ऐसे मनाएं शिक्षक दिवस
पीएम ने कहा कि 5 सितंबर को हम सब शिक्षक दिवस मनाते हैं. हमारे देश के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ. राधाकृष्णन जी का जन्मदिवस है. वे राष्ट्रपति थे, लेकिन जीवन भर अपने आप को एक शिक्षक के रूप में ही वो प्रस्तुत करते थे. वो हमेशा शिक्षक के रूप में ही जीना पसंद करते थे. वे शिक्षा के प्रति समर्पित थे. एक अध्येता, एक राजनयिक, भारत के राष्ट्रपति लेकिन हर पल एक जीते-जागते शिक्षक. मैं उनको नमन करता हूं. महान वैज्ञानिक अल्बर्ट आइंस्टीन ने कहा था It is the supreme art of the teacher to awaken joy in creative expression and knowledge. अपने छात्रों में सृजनात्मक भाव और ज्ञान का आनंद जगाना ही एक शिक्षक का सबसे महत्वपूर्ण गुण है. इस बार जब हम शिक्षक दिवस मनाएं. क्या हम सब मिलकर के एक संकल्प कर सकते हैं? एक मिशन मोड में एक अभियान चला सकते हैं? Teach to Transform, Educate to Empower, Learn to Lead इस संकल्प के साथ इस बात को आगे बढ़ा सकते हैं क्या? हर किसी को 5 साल के लिए, किसी संकल्प से बांधिए, उसे सिद्ध करने का रास्ता दिखाइये और 5 साल में वो पाकर के रहे, जीवन में सफ़ल होने का आनंद पाएं, ऐसा माहौल हमारे स्कूल, हमारे कॉलेज, हमारे शिक्षक, हमारे शिक्षा संस्थान ये कर सकते हैं और हमारे देश में जब हम transformation की बात करते हैं तो जैसे परिवार में माँ की याद आती है वैसे ही समाज में शिक्षक की याद आती है . transformation में शिक्षक की बहुत बड़ी भूमिका रहती है . हर शिक्षक के जीवन में कहीं-न-कहीं ऐसी घटनाएं हैं कि जिसके सहज प्रयासों से किसी की जिंदगी के transformation में सफलता मिली होगी. अगर हम सामूहिक प्रयास करेंगे तो राष्ट्र के transformation में हम बहुत बड़ी भूमिका अदा करेंगे.
पीएम इस कार्यक्रम के माध्यम से देश की जनता को जागरुक करना का काम तो करते ही हैं, साथ ही इससे आकाशवाणी को भारी राजस्व भी मिलता है. हाल ही में सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने लोकसभा में इससे जुड़ी जानकारी रखी. उन्होंने सदन को बताया कि पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम से आकाशवाणी को 10 करोड़ की कमाई हुई है. उन्होंने बताया कि पिछले दो साल में मन की बात कार्यक्रम से ये राजस्व जमा हुआ है. राज्यवर्धन राठौड़ ने बताया कि 2015-16 वित्तीय वर्ष में आकाशवाणी को मन की बात कार्यक्रम से 4.78 करोड़ रुपये की कमाई हुई. जबकि 2016-17 वित्तीय वर्ष में ये राजस्व बढ़कर 5.19 करोड़ हो ग