
पानी के तेज बहाव के चलते 42 फीट लंबी ब्लू व्हेल मुंबई के रेवडांडा तट पर करीब डेढ़ किलोमीटर अंदर तक आ गई. बुधवार दोपहर जब वन अधिकारियों को इसकी सूचना मिली तो उन्होंने समुद्री जीव वैज्ञानिकों से मदद मांगी.
स्थानीय नागरिक ने बताया, 'जब व्हेल तट पर पाई गई उस वक्त वो जिंदा थी. इसलिए गांववालों ने उसे वापस समुद्र में डालने की बहुत कोशिश की. लेकिन बाद में वह मर गई.'
वन अधिकारी एन वासुदेवन ने कहा, 'ब्लू व्हेल का मर जाना दुर्भाग्यपूर्ण है.' उन्होंने कहा, 'ब्लू वेल धरती पर सबसे बड़ी प्रजाति है और ये 100 फीट तक बढ़ सकते हैं.
तट के करीब डेढ़ किलोमीटर अंदर तक पहुंच चुकी व्हेल को समुद्र में डालने के लिए 10 घंटों तक ऑपरेशन चालाया गया. लेकिन गुरुवार सुबह उसने दम तोड़ दिया. फिर उसे उसी बीच पर दफ्न कर दिया गया.
गौरतलब है कि दो महीने पहले रायगढ़ जिले के उरन तट पर एक मरी हुई व्हेल बरामद की गई थी. मुंबई के तट पर पिछले दिनों कई मरी हुई डॉलफिन पाई गई थीं. विशेषज्ञों का मानना है कि समुद्र के प्रदूषण के चलते इनकी मौत हो रही है.