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जब से तुझको देखा है, देख के खुदा को माना है....फिरोज खान के 5 बेस्ट गाने!

आज फिरोज खान पैदा हुए थे. ईरानी मां और पठान बाप की यह संतान बॉलीवुड को सत्तर के दशक में स्टाइल दे गई. फिरोज खान एक्टिंग तक महदूद नहीं रहे. जमकर फिल्में बनाईं उन्होंने और कई प्रयोग किए. उसमें से एक था, संगीत. हम आपको सुनवाते हैं फिरोज खान के पांच बेहतरीन नगमे.

फिरोज खान फिरोज खान
सौरभ द्विवेदी
  • नई दिल्ली,
  • 25 सितंबर 2014,
  • अपडेटेड 2:18 PM IST

आज फिरोज खान पैदा हुए थे. ईरानी मां और पठान बाप की यह संतान बॉलीवुड को सत्तर के दशक में स्टाइल दे गई. फिरोज खान एक्टिंग तक महदूद नहीं रहे. जमकर फिल्में बनाईं उन्होंने और कई प्रयोग किए. उसमें से एक था, संगीत. हम आपको सुनवाते हैं फिरोज खान के पांच बेहतरीन नगमे.

1. मुकेश के सबसे अच्छे गानों में से एक. जो तुमको हो पसंद, वही बात करेंगे. देते न आप साथ तो. मर जाते हम कभी के. पूरे हुए ख्वाब से अरमान जिंदगी के. हम जिंदगी को आपकी सौगात कहेंगे.

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शेखर कपूर के डायरेक्शन में बनी फिल्म सफर में फिरोज खान के साथ खूबसूरत, शर्मीली और सजीली शर्मिला टैगोर.

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2. फिरोज खान प्रॉडक्शन का शाहकार. नाम धर्मात्मा. पहले हाफ में फिरोज हेमा मालिनी से मुहब्बत करते हैं और दूसरे में रेखा उनसे. रेतीले से नजर आते अफगानिस्तान के पहाड़ों के बीच जीप पर सवार फिरोज खान. फौजी रंग के कपड़ों में. और गाना. महबूब की तारीफ का. क्या खूब लगती हो. बड़ी सुंदर दिखती हो. नायिका भी चलन के उलट ढिढाई से पूछती है. तारीफ करोगे कब तक. नायक ऐड़ी टिकाता है. मेरे सीने में सांस रहेगी जब तक. आवाज एक बार फिर मुकेश की. और हां. आप सोचें कि फीमेल वॉइस किसकी है, तो बता दें. इन मोहतरमा का नाम था कंचन. म्यूजिक था कल्याण जी आनंद जी का.

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3. धर्मात्मा का ही एक और सुपरहिट सॉन्ग. सूफियाना सी मेलडी. तेरे चेहरे में वो जादू है. बिन डोर खिंचा आता हूं.खूबसूरत लोकेशन. नायक कह रहा है, लब तेरे अमृत के प्याले और डायरेक्टर तभी हेमा मालिनी पर कैमरा जूम इन कर देता है. उस हल्की सी थिरकन को कैद करने के लिए, जो उन कंधारी लबों पर उस वक्त मचली होगी.
और फिर नायक दीवाना हो महबूब से खुदा तक की बात करता है. कहता है, जब से तुझको देखा है, देख के खुदा को माना है.

4. एक सपेरा, एक लुटेरा. ब्लैक व्हाइट का जमाना. जब फिरोज खान के चेहरे पर लाली के थपेड़े नहीं जमे थे. मुहम्मद रफी की आवाज. हम तुमसे जुदा होके, मर जाएंगे रो रो के. कितने टूटे दिलों को दिलासा दी होगी इस गाने ने. बुजुर्ग ही जानें.

5. और फिर जाबांज. फिरोज और श्रीदेवी. एक पश्चिम से आया पौरुष का कथानक. एक दक्षिण से आई यक्षिणी. संगम के पहले विछोह के कुछ स्वर. और उस दौरान गिटार पर गुनगुनाते फिरोज. हर किसी को नहीं मिलता यहां प्यार जिंदगी में. इस गाने में आवाज है मनहर उधास की.

आपको फिरोज खान का कौन सा गाना पसंद है. कमेंट बॉक्स में बताएं.

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