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राखी सावंत से दुनिया ने सीखी ये 5 चीजें

बॉलीवुड की मशहूर आइटम गर्ल राखी सावंत उन तमाम लोगों को  हमेशा करारा जवाब देती हैं जो लड़कियों को आइटम समझते हैं. हमारे समाज की दिक्कत यह है कि हम किसी भी प्रतिभा का सम्मान समय पर नहीं करते हैं. राखी सावंत के महान योगदान को भी लोग अबतक पहचान नहीं पाए हैं. आज पहचान लीजिए, ये हैं मानवता पर राखी सावंत के 5 महान योेगदान...

मीका के साथ राखी मीका के साथ राखी
आदर्श शुक्ला
  • नई दिल्ली,
  • 25 नवंबर 2015,
  • अपडेटेड 10:15 AM IST

बॉलीवुड की मशहूर आइटम गर्ल राखी सावंत उन तमाम लोगों को  हमेशा करारा जवाब देती हैं जो लड़कियों को आइटम समझते हैं. हमारे समाज की दिक्कत यह है कि हम किसी भी प्रतिभा का सम्मान समय पर नहीं करते हैं. राखी सावंत के महान योगदान को भी लोग अबतक पहचान नहीं पाए हैं. आज पहचान लीजिए, ये हैं मानवता पर राखी सावंत के 5 महान योेगदान...

लौटो परंपराओं की ओर
: एक तरफ जहां हमारा समाज वेस्ट का 'वेस्ट' तक उठाने को तैयार है वहीं राखी ने गौरवशाली भारतीय परंपरा को पुनर्जीवित किया. राखी ने सदियों पहले खत्म हो चुकी स्वंयवर की परंपरा शुरू की. यह संदेश ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे इसलिए राखी ने इसे बकायदा नेशनल टेलीविजन पर प्रसारित कराया.

समाज को बदलो
: कहते हैं कि गंदगी साफ करने के लिए खुद झाड़ू उठानी पड़ती है. हालांकि जबसे केजरीवाल राजनीति में उगे हैं तबसे इस मुहावरे को बैन करने की मांग भी उठ रही है. राखी राजनीति से खुश नहीं थी तो उन्होंने अपनी पार्टी बनाई और चुनाव में उतरीं. भारतीय वोटर ने गुनाह-ए-अजीम करते हुए राखी की जमानत जब्त करा दी. राखी को उतने वोट भी नहीं मिले जितने एक कॉलोनी में लोग रहते हैं.

गरीबों का भला
: लोग पिछड़ों की बात तो करते हैं लेकिन उनका सुख-दुख नहीं बांटते. राखी से एक गरीब शख्स अभिषेक का दुख नहीं देखा गया. अब लड़का जवान हो गया था तो उसे गोद ले नहीं सकती थी सो राखी ने इतिहास का श्रेष्ठतम बलिदान करते हुए अभिषेक को अपना ब्वॉयफ्रेंड बना लिया. हालांकि कहते हैं बंदर को अदरक का स्वाद नहीं जमता, ऐसा ही कुछ इन जनाब के साथ भी हुआ. राखी ने बकायदा लत्तम-जुत्तम करके अभिषेक का चंदन किया.

नए जमाने की मेनका
: पुराने जमाने में भारतीय सौंदर्य की महिमा का अंदाजा इसी बात से लगाइए कि विश्वामित्र जैसे प्रकांड ब्रह्मचारी तक की तपस्या मेनका ने भंग कर दी. इसके बाद फेयरनेस क्रीम के दौर में भारतीय औरत हीनभावना से घिर गई. राखी ने अपने दमकते आत्मविश्वास का परिचय दिया और बाबा रामदेव को खुलेआम छेड़ दिया. रामदेव ने हालांकि कि कई बार बालकृष्ण से कहलवा भेजा कि टिमटिमाती आखों का नियत से नहीं सेहत से कनेक्शन है लेकिन राखी तो वहीं करती हैं जो चाहती हैं.

खूबसूरती सर्जक नहीं सर्जन के हाथों में है:
भारत में लोग भाग्यवादी बहुत हैं. इस चक्कर में तमाम ठग बाबा देश को काटे जा रहे हैं. विज्ञान के इस दौर में राखी ने वैज्ञानिक सोच का जो मुजाहिरा किया है उसका कोई सानी नहीं है. पहले लोग जो भी मिलता था उसे भगवान का दिया मान संतुष्ट हो लेते थे. राखी ने विज्ञान का सहारा लिया. शरीर में जो अंग पसंद नहीं आए उन्हें बदलवा दिया. कामसूत्र ही मेरा मतलब है काम ही राखी के जीवन का एक मात्र सूत्र है.

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