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अगर आप उसकी उम्र और शारीरिक बनावट पर जाएंगे तो सोचेंगे कि आप तो फाइट में इसे तुरंत हरा देंगे. लेकिन अगर आप इस 7 साल की बच्ची के साथ रिंग में उतरेंगे तो आपको एहसास होगा कि आप कितना गलत सोच रहे थे. तज्जमुल इस्लाम नाम की यह लड़की उत्तरी कश्मीर की रहने वाली है.
तज्जमुल इस्लाम वर्ल्ड किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में हिस्सा लेने वाली हैं. छोटे से गांव से आने वाली इस लड़की के पिता हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी में ड्राइवर है.
इनकी सैलरी इतनी अच्छी नहीं है कि ये अपने चारों बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ मार्शल आर्ट्स सिखा सकें. शहर में मार्शल आर्ट्स की एकेडमी चला रहे फैजल अली दार की नजर तज्जमुल पड़ गई जब वह इसकी प्रैक्टिस कर रही थी. उनका कहना है कि उन्होंने उसे कुछ दूरी से देखा. उस समय वह खेल के नियमों के बारे में नहीं जानती थी और उसकी स्पीड भी अच्छी नहीं थी. मगर उसे देखकर ऐसा लगा कि वह पूरी तरह इस खेल के प्रति समर्पित थी.
दार कहते हैं कि जैसे-जैसे उसने ट्रेनिंग लेनी शुरू की, वह इसमें काफी तेज होने लगी. यही नहीं, मार्शल आर्ट्स के अलावा अब वह म्यूजिक और डांस जैसी प्रतियोगिताओं में भी हिस्सा लेती है. वह ऐसी लड़की है कि जिसे नुकसान पहुंचाने की कोशिश कोई नहीं कर सकता.
चैंपियन बनने की शुरुआत:
तज्जमुल ने जिला स्तरीय खेल में हिस्सा लेना 2014 में शुरू किया. इन जगहों पर मिली सफलता ने उन्हें 'बेस्ट फाइटर ऑफ जम्मू एंड कश्मीर' का तमगा दिला दिया.
पिछले साल दिल्ली में हुई नेशनल किकबॉक्सिंग प्रतियोगिता की जूनियर सब कैटेगरी में इस कमाल की लड़की ने गोल्ड मेडल जीता. इस जीत ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय लेवल तक पहुंचा दिया. आत्मविश्वास से भरपूर तज्जमुल का कहना है, 'मैं जाऊंगी, जीतूंगी क्योंकि मैं ही चैंपियन हूं.'