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संयुक्त राष्ट्र में सुधार के लिए भारत, ब्राजील उठाएंगे कदम

भारत और ब्राजील वैश्विक सुधारों, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की दिशा में कदम उठाने के लिए तैयार हुए.

मनमोहन सिंह मनमोहन सिंह
भाषा
  • नई दिल्ली,
  • 30 मार्च 2012,
  • अपडेटेड 11:21 PM IST

भारत और ब्राजील वैश्विक सुधारों, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की दिशा में कदम उठाने के लिए तैयार हुए.

दोनों देश द्विपक्षीय सामरिक भागीदारी और व्यापार, शिक्षा, रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में पूरी क्षमता के दोहन के लिए तैयार हुए.

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रुस्सेफ ने 90 मिनट की बातचीत के दौरान 2015 तक 15 अरब डॉलर के व्यापार का लक्ष्य भी तय किया.

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दोनों पक्षों ने विज्ञान और तकनीकी, शिक्षा तथा संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग के लिए छह दस्तावेजों पर भी हस्ताक्षर किए.

भारत और ब्राजील वैश्विक अर्थव्यवस्था में ‘नए उभरते ध्रुवों’ के तौर पर उभरने की बात कहते हुए मनमोहन सिंह ने कहा वह और डिल्मा वैश्विक प्रशासिक प्रणाली खासकर संयुक्त राष्ट्र सुधार और जी 20 प्रक्रिया में विचार विमर्श बढ़ाने पर राजी हुए हैं.

उन्होंने कहा, ‘हम हमारे प्रयास बढ़ाने के लिए तैयार हुए हैं, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जी-4 साझेदार की तरह.’ दोनों नेताओं ने गत दिसंबर को दिल्ली में हुई ‘इंटर गवर्नमेंटल ज्वाइंट कमिशन मीटिंग’ के काम सहित द्विपक्षीय संबंधों की विस्तृत समीक्षा भी की.

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘हमने अपने अधिकारियों को व्यापार, शिक्षा, विज्ञान एवं तकनीकी, पर्यावरण, रक्षा, अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा जैसे क्षेत्रों में पूरी क्षमता के दोहन की दिशा में कदम उठाने के निर्देश दिए हैं.’

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मनमोहन सिंह ने कहा कि उन्होंने डिल्मा के साथ विभिन्न वैश्विक विकासों पर बातचीत की और इस संबंध में उच्च स्तरीय संवाद हुआ. उन्होंने कहा, ‘हम इस पर सहमत हैं कि मध्य एशिया में संकटों को केवल बातचीत और परामर्श के जरिए ही सुलझाया जा सकता है.’

व्यापार और निवेश के तेजी से बढ़ने का जिक्र करते हुए सिंह ने कहा कि वह और डिल्मा इस पर पूरी तरह सहमत हैं कि इसे और बढ़ाया जा सकता है.’

उन्होंने कहा, ‘हम बड़े व्यापार संपर्कों को बढ़ावा देने के तरीके अपनाने के लिए तैयार हैं.’ दोनों देशों ने भारत-ब्राजील सीईओ फोरम बनाने का फैसला भी किया है. दोनों देश समाज कल्याण के कार्यों के क्षेत्र में भी अनुभव साझा करने के लिए तैयार हुए हैं.

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