
दारुल उलूम देवबंद ने एक फतवा जारी किया है जिसका अनुसरण करते हुए सहारनपुर के एक नाई ने लोगों की शेव न बनाने का फैसला लिया है.
देवबंद के बदजिया-उल-हक इलाके में सैलून चलाने वाले मोहम्मद इरशाद और मोहम्मद फुरकान को भी फतवा भेजा गया है. दारुल उलूम में फतवा विभाग के सदस्य मुफ्ती वकार अली, मुफ्ती जैन-उल-कासमी और मुफ्ती फखरुल इस्लाम ने इस फतवे के पीछे तर्क दिया है कि शेव करना या किसी की दाढ़ी बनाना इस्लाम और शरिए के खिलाफ है.
सैलून के मालिक ने फतवे की कॉपी को लेमिनेट करवाकर एंट्री पर टांग दिया है और फैसला किया है कि वह केवल सर के बाल ही काटेंगे. इरशाद का कहना है कि 'हमने सिर्फ लोगों को ये मैसेज देने के लिए फतवे की कॉपी यहां लटकाई है क्योंकि लोग जान सके हमने दाढ़ी बनाना क्यों बंद कर दिया है. हालांकि हमारी दुकान पर दाढ़ी बनवाने के इंतजार में खड़े रहने वाले लोगों के लिए ये बहस का मुद्दा है.'