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मोगा में 'बस कांड' के बाद गैंगरेप, ब्यूटी पार्लर में काम करती है लड़की, 12 के खिलाफ केस दर्ज

पंजाब के मोगा में लड़की को बस से फेंकने के बाद गैंगरेप की दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है. पहले ही विवादों में घिरी बादल सरकार पर इस घटना के बाद सवाल उठने शुरू हो गए हैं.

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aajtak.in
  • मोगा,
  • 01 मई 2015,
  • अपडेटेड 11:58 AM IST

पंजाब के मोगा में लड़की को बस से फेंकने के बाद गैंगरेप की दिल दहला देने वाली एक घटना सामने आई है. पहले ही विवादों में घिरी बादल सरकार पर इस घटना के बाद सवाल उठने शुरू हो गए हैं. मोगा के बाघापुराना कस्बे के एक गांव में ब्यूटी पार्लर में काम करने वाली लड़की से गैंगरेप का मामला सामने आया है. डॉक्टरों ने भी रेप की पुष्टि कर दी है. पुलिस ने 12 आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है.

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पीड़ित लड़की को मोगा के सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है. लड़की ना सिर्फ गैंगरेप किया गया बल्कि खबर है कि उसका वीडियो भी बनाया गया. पीड़ित लड़की और उसके परिजन पुलिस के पास पहुंचे लेकिन पुलिस ने इस मामले में मीडिया के सामने आने से इनकार कर दिया. सरकारी अस्पताल के चीफ मेडिकल अधिकारी ने लड़की के गैंगरेप की पुष्टि की है.

चलती बस में छेड़छाड़ के बाद दिया धक्का, लड़की की मौत
इससे पहले बुधवार को चलती बस में कथित तौर पर छेड़छाड़ करने और धक्का मारकर बस से नीचे गिराए जाने के कारण एक किशोरी की मौत हो गई और उसकी मां गंभीर रूप से घायल हो गई थी. पुलिस ने पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल के परिवार के मालिकाना हक वाली कथित कंपनी से जुड़ी बस के कंडक्टर और खलासी को मोगा-कोटकपुरा रोड पर गिल गांव के निकट बुधवार शाम हुई खौफनाक घटना के मामले में गुरुवार को गिरफ्तार किया. मोगा के एसपी (जासूसी) एच एस पन्नू ने बताया था कि घायल महिला ने अपने बयान में बताया कि वह और उनकी 16 वर्षीय बेटी से बस में कंडक्टर, खलासी और एक और अज्ञात व्यक्ति ने कथित तौर पर छेड़छाड़ की और परेशान किया. उन्होंने कहा, ‘आरोपियों ने चलती बस में उन्हें धक्का देकर बाहर फेंक दिया.’ इससे पहले पुलिस ने कहा कि छेड़छाड़ करने वालों से बचने के लिए दोनों बस से कूद गयी थीं.

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विपक्षी दलों ने बादल परिवार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने यह कहते हुए न्यायिक जांच की मांग की है कि स्थानीय प्राधिकार राजनीतिक जुड़ाव के कारण कंपनी के कर्मचारियों के खिलाफ काम नहीं कर पाएगा. मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने घटना को ‘बेहद दुखद’ बताया और दोषियों के खिलाफ त्वरित कार्रवाई करने का वादा किया. साथ ही जोर देकर कहा कि कंपनी के मामलों में उनका कोई हित नहीं है और वह कभी उसके कार्यालय भी नहीं गए हैं.

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