
छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में शराब माफियाओं की दहशत जोरों पर है. यहां शराब माफियाओं के एक परिवार को धमकाने, मारपीट करने और परिवार के मुखिया को आग लगाकर जान से मारने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. पीड़ित परिवार इस घटना से काफी दहशत में है. पुलिस आरोपियों को जल्द गिरफ्तार करने का भरोसा दिला रही है.
लगभग 7 लाख की आबादी वाले छत्तीसगढ़ के कवर्धा जिले में शराब माफियाओं का गुंडाराज फैला हुआ है. कवर्धा के सिंघनपुरी इलाके में राम अवतार का परिवार रहता है. एक शाम राम अवतार के घर कुछ हथियारबंद लोग आते हैं. घर के भीतर दाखिल होते ही वह लोग राम अवतार के परिवार के साथ मारपीट करना शुरू कर देते हैं.
लाठी-डंडों से राम अवतार को भी जमकर पीटा जाता है. बीच-बचाव में बदमाश उनकी पत्नी को भी मारने से गुरेज नहीं करते हैं. घर में चीख-पुकार मच जाती है और घर के बाहर पड़ोसियों का जमावड़ा. तभी एक शख्स राम अवतार पर केरोसिन छिड़कता है और उन्हें आग लगा देता है. घर के बाहर बढ़ती भीड़ को देख बदमाश भाग निकलते हैं.
राम अवतार को बचाने में उनकी पत्नी भी मामूली रूप से झुलस जाती है. तभी तमाशबीन बनी भीड़ में इंसानियत जागती है और वहां खड़े कुछ लोग राम अवतार पर पानी डाल कर आग बुझाते है. ग्रामीणों ने फौरन पुलिस को घटना की सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंच आरोपियों को जल्द पकड़ने का भरोसा दिलाती है.
कवर्धा के सरकारी अस्पताल में राम अवतार का इलाज चल रहा है. दरअसल राम अवतार और उसके परिवार को अवैध शराब बेचने से इंकार करने की कीमत चुकानी पड़ी. राम अवतार ने बताया कि पहले वह अवैध शराब के कारोबार में लिप्त था. 8 महीने पहले उसने शराब के काले धंधे से हाथ खींच लिए थे. राम अवतार को देख और भी कई लोग इस दलदल से बाहर निकल आए.
शराब कारोबारियों को यह बर्दाश्त नहीं हुआ और वह लगातार राम अवतार पर फिर से शराब के धंधे में शामिल होने का दबाव बनाने लगे. राम अवतार की माने तो उसके परिवार पर हमला कर शराब कारोबारी इलाके में दहशत फैलाना चाहते हैं. फिलहाल पुलिस पीड़ित परिवार को कार्रवाई का आश्वासन तो दे रही है, मगर यहां का एक सच यह भी है कि जिले में पुलिस और एक्साइज विभाग के कर्मियों की नियुक्ति शराब माफियाओं के इशारों पर ही की जाती है. ऐसे में पुलिसिया कार्रवाई पर सवाल खड़े होना तो लाजमी है.