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गरीब बच्चों को पहचान दिलाने की एक पहल ‘पहचान'

गरीब बस्ती के बच्चों को पहचान दिलाने की कोशिश करता एक एनजीओ ‘पहचान’ कुछ युवा स्टूडेंट्स की ऐसी पहल है जो न सिर्फ इन बच्चों की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी करता है बल्कि उन्हें प्राथमिक शिक्षा मुहैया कराने में भी एक महत्चपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

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aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 सितंबर 2015,
  • अपडेटेड 6:23 PM IST

गरीब बस्ती के बच्चों को पहचान दिलाने की कोशिश करता एक एनजीओ ‘पहचान’ कुछ युवा स्टूडेंट्स की ऐसी पहल है जो न सिर्फ इन बच्चों की मूलभूत आवश्यकताएं पूरी करता है बल्कि उन्हें प्राथमिक शिक्षा मुहैया कराने में भी एक महत्चपूर्ण भूमिका निभा रहा है.

‘पहचान’ कुछ छात्रों और समाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा गठित एक समूह है. दिल्ली के तमाम इलाके टटोलने के बाद ‘पहचान’ ने इंद्रप्रस्थ मेट्रो स्टेशन के पीछे स्थित झुग्गी बस्तियों के बच्चों को पहचान दिलाने की ठानी. इस बस्ती की आबादी लगभग 10 हजार है और इसमें करीब सौ बच्चे हैं. अधिकतर बच्चे एनडीएमसी स्कूल के छात्र हैं लेकिन ज्ञान के स्तर पर वह काफी पीछे हैं और आधुनिक शिक्षा से उनका दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है.

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'पहचान’ इन बच्चों को प्राथमिक शिक्षा दिलाने के साथ साथ उनकी बुनियादी जरूरतों को भी पूरा करना अपनी जिम्मेदारी समझता है. ‘पहचान’ का अधिकतर काम संभालने और सभी बैठकों का संचालन करने वाले एमबीए के छात्र आकाश ने कहा, 'पहचान’ की स्थापना करने के पीछे हमारा लक्ष्य ऐसे बच्चों को प्राथमिक शिक्षा मुहैया कराना है जो इससे वंचित हैं. हमारा लक्ष्य उन्हें स्कूलों में दाखिले दिलाना और उन्हें सरकार के 14 वर्ष तक मुफ्त शिक्षा अभियान के साथ जोड़ना है.

इनपुट: भाषा

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