
पड़ोसी मुल्क अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के पुल-ए-चरखी इलाके में सोमवार को फिदायीन हमला किया गया. मिलिट्री बस को निशाना बनाकर किए गए धमाके में कम से कम 25 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है, इसमें 2 भारतीय शामिल हैं. विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है. जबकि तालिबान ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है.
अफगानिस्तान में हुए इस आत्मघाती हमले में मरने वाले 14 लोग नेपाली नागरिक थे. अफगान सरकार ने एक बयान जारी कर इस बात की पुष्टि की है. मरने वाले सभी लोग सुरक्षा गार्ड का काम करते थे. मृतकों का नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है.
अफगानिस्तान के TOLO news की रिपोर्ट के मुताबिक, राजधानी काबुल में सरकारी कर्मचारियों को ले जा रही एक मिनी बस में धमाका हुआ. पुलिस ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है, जबकि बड़ी संख्या में लोग घायल भी हुए हैं.
आपातकालीन सेवाओं को किया गया अलर्ट
चश्मदीदों ने वहां स्थानीय पुलिस को लाशों और घायलों को ले जाते हुए देखा है. आपातकालीन सेवाओं को अलर्ट कर दिया गया है. घटना स्थल पर राहत और बचाव कार्य चल रहा है. पुलिस के मुताबिक बस कर्मचारियों को उनके दफ्तर ले जा रहा था.
गौरतलब है कि बीते महीने भी काबुल में न्याय मंत्रालय के कर्मचारियों की बस को निशाना बनाकर फिदायीन धमाका किया गया था. जबकि एक जून को भी सेंट्रल सिटी गजनी के कोर्ट पर भी बम का हमला किया गया था. इन दोनों हमलों की जिम्मेदारी तालिबान ने ली थी. उसने हमले को छह तालिबानियों की गिरफ्तारी का बदला बताया था.