नौकरी छूटने से खोता है विश्वास

एक शोध में पता चला है कि नौकरी हाथ से जाने के बाद लोग लंबे समय तक दूसरों पर भरोसा नहीं कर पाते हैं। शोध में यह भी पता चला है कि नौकरी से निकाल दिए गए लोग दूसरी नौकरी मिलने के बाद भी दूसरों पर भरोसा करने से कतराते हैं और यह प्रवृत्ति लंबे समय तक उनके व्यवहार शामिल रहती है.

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aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 12 मार्च 2015,
  • अपडेटेड 12:27 PM IST

एक शोध में पता चला है कि नौकरी हाथ से जाने के बाद लोग लंबे समय तक दूसरों पर भरोसा नहीं कर पाते हैं. शोध में यह भी पता चला है कि नौकरी से निकाल दिए गए लोग दूसरी नौकरी मिलने के बाद भी दूसरों पर भरोसा करने से कतराते हैं और यह प्रवृत्ति लंबे समय तक उनके व्यवहार शामिल रहती है.

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यूनिवर्सिटी ऑफ मैनचेस्टर के शोधकर्ता जेम्स लॉरेंस ने बताया कि नौकरी जाने के बाद खाली बैठने से लोगों का दुनिया के प्रति नजरिया बदल जाता है और यह बदलाव लंबे समय तक बना रहता है. लॉरेंस ने कहा, 'यह सिर्फ उस इंसान से जुड़ी बात नहीं है, जो इस अनुभव से गुजरता है, बल्कि यह उसके आसपास के समाज से भी जुड़ी बात है.

उन्होंने बताया कि एक-दूसरे पर भरोसा स्वास्थ्य और खुशहाली से लेकर सामाजिक एकता, कुशल लोकतंत्र और आर्थिक विकास क नजरिए से लाभदायक होता है.' यह अध्ययन जर्नल सोशल साइंस रिसर्च में प्रकाशित हुआ है

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