
दिल्ली में डेंगू के लगातार बढ़ते मामले MCD के लिए चिंता का विषय बन गया है. इसीलिए MCD ने अपने हर वार्ड में डेंगू के खिलाफ अपनी कवायद तेज कर दी है. दिल्ली 'आज तक' की टीम ने जाकर तफ्तीश की कि आखिर MCD किस तरह से अपना काम करती है? कैसे वह लोगों को जागरूक करती है?
लोगों को जागरूक करने की मुहिम
MCD का काम देखने के लिए हम वेस्ट जोन में पहुंचे. वहां हमने MCD के अलग-अलग वार्डों में जाकर पूरी प्रक्रिया की पड़ताल की. MCD की टीम सबसे पहले जाकर RWA से मिलती हैं.
उन्हें डेंगू की रोकथाम के पर्चे बांटे जाते हैं. लोगो को समझाया जाता हैं कि डेंगू से कैसे बचा जाए और कैसे इसके खिलाफ मुहीम छेड़ कर जागरूक रहा जाए. उसके बाद MCD के कर्मचारी
अपनी पिट्ठू पंप के जरिए हर चिन्हित जगह पर दवाई का छिड़काव करते हैं.
जलजमाव की बारीकी से जांच
इसके बाद MCD के फील्ड वर्कर्स लोगों के घरों में जाकर कूलर, गमले और दूसरे बर्तन जिसमें पानी इक्कठा होने की संभावना हो, एक-एक कर टॉर्च की रोशनी में तसल्ली से चेक करते हैं.
वर्कर के मुताबिक डेंगू का लार्वा तो नजर नहीं आता, लेकिन लार्वा और प्यूपा नजर आ जाते हैं और उसे देखते ही लोगो को पानी बदलने की चेतावनी दी जाती है. साथ ही कूलर के पानी में
मिट्टी का तेल डालने की हिदायद भी देते हैं.
घर-घर फॉगिंग का इंतजाम
इसके अलावा घर-घर जाकर लोगों को बाहर निकालकर MCD फॉगिंग भी करती हैं. इसके अलावा MCD में एंटोमोलॉजिस्ट जयश्री मेनन अपनी टीम के साथ इस पूरी प्रक्रिया को क्रॉस चेक भी
करती है. इसके साथ असिस्टेंट मलेरिया इंस्पेक्टर भी फील्ड में जाकर लोगों से इस बात की तफ्तीश करते हैं कि MCD के वर्कर्स ने क्या काम किया.