
आम आदमी पार्टी पर पंजाब में बाहरी लोगों की पार्टी होने और पंजाब से बाहर के नेताओं के पंजाब में पार्टी ऑब्जर्वर बनाने के आरोप लगे थे. इन आरोपों से बाहर आने के लिए आम आदमी पार्टी भारी उलटफेर में लगी है. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी सिख धर्म से जुड़ा और सिख धर्म की गहरी समझ रखने वाला चेहरा तलाश रही है.
इस चेहरे को ही पंजाब विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी आगे कर सकती है. दिल्ली से ऑब्जर्वर बना कर भेजे गए 54 नेताओं को वापस बुलाना भी शुरू कर दिया गया है. हालांकि, पार्टी नेता कह रहे हैं कि ऑब्जर्वर का काम पूरा हो चुका है.
लोग पुराने नेता को नहीं मान रहे गंभीर
आप के नेताओं का कहना है कि उनके पास पहले से ही एचएस फुल्का, जरनैल सिंह और गुरप्रीत घुग्गी जैसे सिख चेहरे हैं. लेकिन हकीकत ये है कि इन चेहरों को सिख पंथ से जुड़े लोग गंभीरता से नहीं लेते. इसीलिये पार्टी पंजाब के एक लोकल सिख पंथक चेहरे को अपने साथ जोड़ने की कवायद में लगी है.
वहीं कांग्रेस का आरोप है कि पंथक चेहरों को अपने साथ जोड़कर आम आदमी पार्टी उसका इस्तेमाल करेगी और फिर दूसरे सिख नेताओं की तरह उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया जाएगा जैसे सुच्चा सिंह छोटेपुर को दिखाया गया था. अकाली दल का कहना है कि दल-बदलू नेताओं को अपने साथ जोड़कर आम आदमी पार्टी निचले स्तर की राजनीति कर रही है. उधर, पंजाब विधानसभा चुनावों के लिये टिकटों की पहली लिस्ट के ऐलान के साथ ही आम आदमी पार्टी में बगावत के संकेत भी दिखाई दिए थे.