
एक जमाने में अरविंद केजरीवाल के करीबी माने जाने वाले योगेंद्र यादव का मानना है कि अंदरूनी कलह के चलते आम आदमी पार्टी खुदखुशी की रास्ते पर चल पड़ी है. उन्होंने कहा, "एक तरफ तो बीजेपी हर तरीके अख्तियार कर आप पार्टी को खत्म करने पर तुली है वहीं दूसरी तरफ आप के प्रमुख पार्टी का नाश खुद करने पर आमादा हैं."
कपिल मिश्रा की तरफ से लगाए गए आरोपों में से छत्तरपुर फार्म्स डील और पीडब्लूडी में घोटाले प्रमुख हैं और उनकी जांच होनी चाहिए. आज स्पेशल सेशन के दौरान अरविंद केजरीवाल को इन आरोपों पर बोलना चाहिए था पर सवालों से बचने के लिए पार्टी ने ईवीएम का मुद्दा उठा कर साफ कर दिया कि पार्टी प्रमुख सवालों से बच रहे हैं.
ईवीएम पर उन्होंने साफ कहा, "ईवीएम को हैक किया जा सकता है या नहीं ये बहस खत्म हो जानी चाहिए क्योंकि वो एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है. सवाल ये है कि पंजाब और दिल्ली में इसे हैक किया गया या नहीं. अगर हैक किया गया है तो प्रमाण दे आप."
पार्टी के भविष्य पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा, "अरविंद को अगर ईवीएम पर भरोसा नहीं है तो पेपर पर दिल्ली के जनता का जनमत संग्रह करा कर वो देख लें और अगर जनता उनको स्वीकार नहीं करती है तो वो गद्दी छोड़ दें."