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आमिर बोले- जब जायरा दर्शकों को खींचने में सफल होगी, तब उसे मुझसे ज्यादा फीस मिलेगी

आमिर खान ने बॉलीवुड में मेल और फीमेल एक्टर्स के बीच फीस को लेकर होने वाले भेदभाव पर अपनी राय जाहिर की है. साथ ही स्टारडम का मतलब भी बताया है.

आमिर खान, जायरा वसीम आमिर खान, जायरा वसीम
महेन्द्र गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 12 अक्टूबर 2017,
  • अपडेटेड 4:28 PM IST

आमिर खान अपनी फिल्म सीक्रेट सुपरस्टार के कारण चर्चा में हैं. इ‍स फिल्म में जायरा वसीम मुख्य भूमिका में हैं और आमिर खान सहायक भूमिका में. ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि क्या आमिर खान को लीड एक्टर से कम फीस मिलेगी?

जब यह सवाल एक पत्रकार ने आमिर से पूछा तो उन्होंने ये जवाब दिया, 'संभवत: मुझे जायरा से कम का चेक नहीं मिलेगा. फिल्मों में पेमेंट के हमारे पास दो स्तर हैं. एक उस काम के लिए जो आप कर रहे हैं और जो मैं कर रहा हूं वह भी किसी दूसरे एक्टर के बराबर है.  सबको बराबर पैसा मिलना चाहिए. इसी तरह मुझे लगता है कि टेक्न‍िशियन्स को भी एक्टर्स के बराबर पैसा मिलना चाहिए.

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आमिर खान ने कहा ये फैक्ट है कि फिल्मों में आपकी फीस इस बात पर निर्भर करती है कि दर्शकों को थिएटर तक लाने में आपका क्या योगदान है. हर टीम में दो या तीन लोग ऐसे होते हैं, जो दर्शकों को थिएटर तक खींच लाते हैं. दूसरे यह काम नहीं कर सकते. इसे ही स्टारडम कहा जाता है. ये लोग एआर रहमान, सलीम-जावेद या कोई और हो सकता है. जिस दिन जायरा दर्शकों को खींचने में मुझसे ज्यादा काबिल हो जाएगी, उस दिन उसे बेशक ज्यादा फीस मिलेगी. ये जेंडर के आधार पर तय नहीं होगा.

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बता दें कि फीमेल एक्टर को मेल एक्टर के बराबर फीस दिए जाने का मामला पहले भी उठ चुका है. इस पर बॉलीवुड एक्ट्रेस अपनी राय कुछ इस तरह दे चुकी हैं.

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अनुष्का शर्मा- हमारी इंडस्ट्री में मेल एक्टर की तुलना में अपनी समकक्ष फीमेल एक्टर को एक चौथाई फीस मिलती है. सोचिए कि ड्रेसेस और एक्सेसरीज पर हमारा खर्च हमारी इनकम का 40 फीसदी होता है.

प्रियंका चोपड़ा- मुझसे कहा गया था कि फीमेल एक्टर्स को रिप्लेस किया जा सकता है, क्योंकि वे किसी के भी पीछे जाकर खड़ी हो सकती हैं. आज भी दुनियाभर में मेल एक्टर की तुलना में एक्ट्रेसेस को कम फीस दी जाती है.

कंगना रनोट- मेरे मेल काउंटर पार्ट को मेरी तुलना में तीन गुना ज्यादा फीस दी जाती है. फिर भी फिल्म के सफल होने की कोई संभावना नहीं होती. आखिर ये असमानता क्यों है.

सोनम कपूर- ये प्रेक्टीकल सोसायटी है. यहां बेइंतहां लैंगिक असमानता है. मुझे अभी भी फीस, शूटिंग के लिए बजट आदि पाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ता है.

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