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कन्वर्जन चार्ज के नाम पर BJP ने किया हजारों करोड़ रुपये का घोटाला: AAP

सालों से भाजपा शासित दक्षिणी एमसीडी ने व्यापारियों से कन्वर्जन चार्ज समेत रजिस्ट्रेशन फ़ीस और पार्किंग चार्ज के नाम पर हज़ार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की रकम इकठ्ठा की थी, लेकिन वो रकम कहां गई ये भाजपा के नेता बता नहीं पा रहे हैं.

आप के नेताओं ने लगाया आरोप आप के नेताओं ने लगाया आरोप
अंकुर कुमार
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  • 19 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 6:28 AM IST

दिल्ली में हो रही सीलिंग के मद्देनजर आम आदमी पार्टी ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा शासित दिल्ली नगर निगम में भाजपा के नेताओं ने हजारों करोड़ रुपए के घोटाले को अंजाम देकर दिल्ली की जनता और दिल्ली के व्यापारियों को लूटने का काम किया है. पहले नोटबंदी, फिर जीएसटी और अब एफ़डीआई समेत दिल्ली में गुंडागर्दी टैक्स के नाम पर जारी सीलिंग से भाजपा ने हर मोर्चे पर देश और दिल्ली के व्यापारियों की पीठ में छुरा घोपने का काम किया है.

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सालों से भाजपा शासित दक्षिणी एमसीडी ने व्यापारियों से कन्वर्जन चार्ज समेत रजिस्ट्रेशन फ़ीस और पार्किंग चार्ज के नाम पर हज़ार करोड़ रुपए से भी ज्यादा की रकम इकठ्ठा की थी, लेकिन वो रकम कहां गई ये भाजपा के नेता बता नहीं पा रहे हैं.

पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता दिलीप पांडे ने कहा कि ‘भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में एमसीडी को अपने भ्रष्टाचार का अड्डा बना रखा है. केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार ने पहले तो नोटबंदी और जीएसटी से व्यापारियों के व्यापार को चौपट किया और अब भाजपा शासित एमसीडी दिल्ली में व्यापारियों की दुकानों को ही सील करवा रही है. सुप्रीम कोर्ट की निगरानी समिति और कन्वर्जन चार्ज की आड़ में भाजपा दिल्ली के व्यापारियों की दुकानें तो सील कर रही है और भाजपा अपनी भ्रष्टाचार की दुकान चला रही है.

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दिलीप पांडे ने कहा कि ‘आम आदमी पार्टी के विधायक और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में दिल्ली सरकार के मनोनीत प्रतिनिधि जरनैल सिंह ने आरटीआई के ज़रिए जो जानकारियां हासिल की हैं, वो चौंकाने वाली हैं. भाजपा ने अकेले दक्षिणी एमसीडी में 1000 हज़ार करोड़ रुपए के घोटाले को अंजाम दिया है.

हमने जब जानकारी मांगी तो पता चला कि एसडीएमसी ने दिल्ली के व्यापारियों से अलग-अलग ज़ोन से 966 करोड़ रुपए तो कन्वर्जन चार्ज के रुप में और 61 करोड़ रुपए पार्किंग चार्ज के रुप में दिल्ली के व्यापारियों से जमा कराए हैं और बावजूद इसके आज उन व्यापारियों की दुकानें भी सील की जा रही हैं.

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