
आम आदमी पार्टी ने 2019 में होने जा रहे लोकसभा चुनावों के लिए पंजाब में 5 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान कर दिया है. हालांकि पार्टी के असंतुष्ट नेता सुखपाल सिंह खैरा ने इस फैसले पर हैरानी जताते हुए हुए दावा किया कि AAP पंजाब में पूरी तरह दुर्घटना की तरफ बढ़ रही है. पार्टी की कोर समिति के अध्यक्ष बुध राम ने मंगलवार को नामों की घोषणा की और उनके साथ पार्टी की प्रदेश इकाई की मुख्य प्रवक्ता बलजिंदर कौर भी मौजूद थीं.
पार्टी के इस फैसले से बागी गुट के साथ चल रही शांति वार्ता पर विपरीत असर पड़ने की आशंका है. आठ असंतुष्ट AAP विधायकों के गुट का नेतृत्व कर रहे खैरा ने पार्टी के कदम पर हैरानी जताई है. उन्होंने दावा किया, ‘जिस तरह से एक पक्षीय फैसले लिये जा रहे हैं, पंजाब में AAP पूरी तरह दुर्घटना की तरफ बढ़ रही है जिससे पार्टी हाशिये पर चली जाएगी. किसी भी सीट पर स्टार उम्मीदवारों के लिये भी जमानत बचाना मुश्किल होने जा रहा है.’
खैरा ने आरोप लगाया, ‘हम इस घोषणा को लेकर हैरान हैं और उन्होंने एकजुटता की सारी बातों को पीछे छोड़ दिया. उन्होंने दंभ भरा व्यवहार किया है.’
मीडिया को यहां संबोधित करते हुए राम ने कहा कि मौजूदा सांसद भगवंत मान और साधू सिंह अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र संगरूर और फरीदकोट से चुनाव लड़ेंगे. राम ने कहा कि पंजाब में पार्टी के चर्चित चेहरे मान और साधू सिंह ने 2014 के लोकसभा चुनावों में अपनी-अपनी सीटें क्रमश: 2.11 लाख और 1.72 लाख मतों के भारी अंतर से जीती थीं.
शाम चौरासी सीट से 2017 का विधानसभा चुनाव लड़ चुके रवजोत सिंह होशियारपुर सीट से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे. पार्टी के माझा जोन के प्रभारी कुलदीप सिंह धालीवाल अमृतसर सीट से चुनाव लड़ेंगे और 2017 में मोहाली से पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने वाले नरिंदर सिंह शेरगिल को आनंदपुर साहिब सीट से टिकट दिया गया है.
राम ने बताया कि बाकी आठ सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा बाद में की जाएगी. AAP ने 2014 के लोकसभा चुनाव में कुल 13 में से चार सीटें जीती थीं. मीडिया से बात करते हुए पार्टी विधायक और मुख्य प्रवक्ता बलजिंदर कौर ने कहा कि पार्टी उम्मीदवारों का चुनाव प्रचार ‘अरविंद केजरीवाल मॉडल’ पर आधारित होगा जो दिल्ली में सफल रहा है.
उन्होंने दावा किया कि दिल्ली सरकार का एक साल से ज्यादा का कार्यकाल अभी बचा है लेकिन AAP सरकार ने अपने सभी चुनावी वादे पूरा कर दिये हैं. इस बीच खैरा ने कहा कि उनकी तरफ से बातचीत के दरवाजे अब भी खुले हैं.