
दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे लगाने के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी ने एलजी, बीजेपी और केंद्र सरकार पर हमला तेज कर दिया है. 'आप' की महिला नेताओं ने बीजेपी और उपराज्यपाल से 4 सवाल पूछे हैं. तो वहीं पार्टी ने मुख्य सचिव द्वारा सीसीटीवी को लेकर अपात्ति जताने पर जवाब भी दिया है. आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार से पूछा है कि अगर 15 अगस्त पर VIPs के लिए CCTV कैमरे लगे सकते हैं तो आम जनता के लिए क्यों नहीं?
'आप' प्रवक्ता आतिशी मार्लेना ने बताया कि दिल्ली सरकार ने दिल्ली में सीसीटीवी लगाने का यह प्रस्ताव 13 अक्टूबर 2015 को शुरू किया था. नवंबर 2015 में एक कमेटी गठित की गई थी जिसने सीसीटीवी लगाने के संबंध में सारा जोड़-गणित किया और जून 2016 में एक टेंडर पास किया गया था. उस टेंडर के तहत केवल एक कंपनी ने आवेदन किया जिसके चलते दोबारा से टेंडर जारी किया गया और आखिर में 10 जनवरी 2017 में दो कंपनियों को चुना गया, जिसमें एक केंद्र सरकार की BEL कंपनी भी थी और उनको CCTV कैमरा लगाने का काम दिया गया.
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि 3 साल से चुनी हुई सरकार दिल्ली में सीसीटीवी कैमरा लगवाने की कोशिश कर रही है लेकिन उपराज्यपाल और सचिवालय में बैठे कुछ उच्च स्तर के अधिकारी इस काम को अलग-अलग तरीके से अटकाते रहे हैं.
AAP ने पूछे एलजी और बीजेपी से 4 सवाल...
1- सितंबर 2017 में केंद्र द्वारा CBSE को आदेश दिए गए थे कि CBSE के सभी स्कूलों में CCTV कैमरे लगने चाहिए. क्या दिल्ली के स्कूल सीबीएसई के अधीन नहीं आते हैं? और अगर आते हैं तो उपराज्यपाल और दूसरे सरकारी विभागों ने इसमें रुकावटें क्यों पैदा की? CCTV क्यों नहीं लगने दिए?
2- दुनिया में एक देश ऐसा नहीं है जिसकी राजधानी में रेजिडेंशियल और मार्केट एरिया में CCTV कैमरा ना लगें हों, तो भारत अभी तक इससे वंचित क्यों है?
3- भाजपा बताए कि चुनाव में वह ऐसी कौन सी गतिविधियां करने वाले हैं जिसकी वजह से वो 2019 लोकसभा चुनाव होने तक CCTV कैमरे के प्रस्ताव को स्थगित रखना चाहते हैं?
4- दिल्ली सरकार ने देश का सबसे सस्ता CCTV कैमरा लगाने का प्रस्ताव सदन में रखा है तो भाजपा बताए कि फिर भी वो क्यों नहीं चाहती कि दिल्ली में CCTV कैमरे लगें?