
दिल्ली सरकार और एलजी के बीच विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. आम आदमी पार्टी ने एलजी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि उन्होंने दिल्ली पुलिस के कमिश्नर को चिट्ठी लिखकर दिल्ली सरकार के मंत्रियों के खिलाफ अभियान छेड़ने को कहा है.
पुलिस कमिश्नर से पूछा गया है कि दिल्ली के अमानतुल्ला जैसे विधायक कैसे बरी हो रहे हैं? आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने केंद्र और एलजी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली पुलिस पर दबाव डाला जा रहा है कि वो झूठे आरोप में विधायकों को गिरफ्तार करके पार्टी को बदनाम करे.
आम आदमी पार्टी का आरोप है कि दिल्ली पुलिस झूठे आरोप में विधायकों को गिरफ्तार कर रही है. विधायकों की गिरफ्तारी को बढ़ा-चढ़ाकर प्रचार करके पार्टी को बदनाम करने की साजिश रची जा रही है. इसके अलावा सभी विधायकों के मामले फास्ट ट्रैक कोर्ट में डाले जा रहे हैं, लेकिन सभी विधायकों को कोर्ट से सीधे राहत मिल रही है जिससे केंद्र और एलजी को झटके लग रहे हैं.
मुख्यमंत्री पर झूठे आरोप
पार्टी प्रवक्ता के मुताबिक मुख्यमंत्री केजरीवाल से झूठे आरोप में पूछताछ हो रही है. आम आदमी पार्टी का आरोप है कि केंद्र सरकार साफतौर पर उसकी पार्टी को खत्म करना चाहती है. पार्टी का दावा है कि एलजी ने 9 मई को चिट्ठी है, जिन खास लोगों के बारे में कमिश्नर को रिपोर्ट देने को कहा गया है उनमें मुख्यमंत्री केजरीवाल के अलावा मनीष सिसोदिया, कैलाश गहलोत, अमानुतुल्ला खान, नरेश बालयान, मनोज कुमार कुंडली विधायक भी शामिल हैं.
सौरभ ने कहा कि एलजी उम्र के इस पड़ाव में ऐसी घटिया और ओछी राजनीति कर रहे हैं जिनसे उनकी उम्र का कोई आदमी शर्मसार हो. वहीं पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने कहा कि अफसर सीसीटीवी के काम को रोक रहे हैं. एक तरफ हाईकोर्ट के जवाब में दिल्ली पुलिस दावा करती है कि दिल्ली में 2 लाख सीसीटीवी कैमरे लगे हैं. दूसरी तरफ दिल्ली सरकार के पूछे जाने पर कहते हैं कि दिल्ली पुलिस सीएसआर के तहत कैमरा लगवाएगी, ऐसे में जमीनी सच्चाई क्या है दिल्ली पुलिस बयान करे. पार्टी ने आरोप लगाया कि अगर एलजी के घर सीसीटीवी लगा हो तो उसे आम लोगों की सुरक्षा में नहीं गिना जा सकता है.
गौरतलब है कि कि दिल्ली हाईकोर्ट की चीफ जस्टिस गीता मित्तल ने एक मुकदमे में दिल्ली हाईकोर्ट ने पुलिस को फटकारा और कहा कि यहां आज इतना क्राइम इसलिए है क्योंकि पुलिस का जो काम सीसीटीवी कैमरा लगवाने का है वह काम दिल्ली पुलिस ने नहीं किया अगर ऐसा करती तो समस्या नहीं होती.
केंद्र के लिए काम कर रही पुलिस
दूसरी ओर, मुख्य सचिव अंशु प्रकाश पिटाई मामले में मुख्यमंत्री केजरीवाल और दिल्ली पुलिस के बीच तकरार शुरू हो गई है. केजरीवाल ने एक चिट्ठी लिखकर शाम 5 बजे अपने सरकारी आवास पर पूछताछ करने को कहा है और साथ में यह भी कहा है कि पूछताछ का वीडियो बनाया जाए. अगर पुलिस नहीं बना सकती तो अपने घर पर खुद वीडियो रिकॉर्डिंग की व्यवस्था कर देंगे. उन्होंने पुलिस से रिकॉर्डिंग की एक कॉपी भी मांगी है, लेकिन पुलिस ने साफ कर दिया है कि उनकी तरफ से वीडियो रिकॉर्डिंग की कोई अनुमति नहीं दी जाएगी. पुलिस खुद वीडियो रिकॉर्डिंग करवाएगी.
आप प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज का कहना है कि काम के वक्त अफसर जो 5 मिनट का मौन करते हैं, ऐसा करके वो सरकार का काम रोक रहे हैं. आप ने कहा कि मंत्री के साथ हाथापाई हुई, उसको पीटा गया. दिल्ली सचिवालय में लगे सीसीटीवी में लोगों की शक्लें और वीडियो मौजूद है लेकिन 3 महीने तक कोई कार्ऱवाई हुई. 3 महीने के बाद एक अफसर को गिरफ्तार किया गया और डेढ़ घंटे में उसको छोड़ दिया गया. प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि दिल्ली पुलिस किस तरह से काम कर रही है इसका खुला खेल चल रहा है.
आपको बता दें कि मारपीट मामले में एक विधायक 23 दिन और दूसरा 25 दिन जेल में रहा बाकी के 11 विधायकों के साथ घंटों पूछताछ हुई है. सौरभ का कहना है कि मुख्यमंत्री कार्यालय के अंदर जो लोग भी काम करते हैं उनके साथ घंटों पूछताछ की गई, अब मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के साथ भी पूछताछ की जाएगी.
कर्नाटक प्रकरण पर आप पार्टी प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अजय माकन अक्सर आम आदमी पार्टी को ज्ञान देते हैं, पवन खेड़ा भी बहुत ज्ञान देते हैं, शीला दीक्षित ताई भी हमें बहुत ज्ञान देती हैं कि देखिए LG से बना के रखिए, गवर्नर से मुख्यमंत्री के ऐसे रिश्ते होना चाहिए कि गवर्नर आपका काम करें. उन्होंने कहा कि दूसरों को ज्ञान देने वाली पार्टी खुद के अंदर झांक ले. तंज करते हुए सौरभ ने कहा कि सिद्धारमैया जो इतने दिन मुख्यमंत्री रहे उनके आत्मीय रिश्ते बन गए होंगे वहां के गवर्नर के साथ, लेकिन हैरानी की बात यह है कि वह भी अजय माकन से कुछ नहीं सीखे. कांग्रेस के बाकी के मुख्यमंत्रियों को सीखना चाहिए कि वो किस तरह से गवर्नर से अच्छे रिश्ते बनाए. केजरीवाल के न अनिल बैजल से अच्छे रिश्ते बने और न ही नजीब जंग के साथ, वह नासमझ हैं.