
दिल्ली में अधिकारी-सरकार के बीच विवाद का मसला थमने का नाम लेता नहीं दिख रहा है. दिल्ली विधानसभा में नागरिक सहकारी बैंक घोटाले को लेकर गुरुवार को बैठक बुलाई गई थी. जिसमें दिल्ली सरकार के अधिकारी नहीं पहुंचे.
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में आप विधायक सौरभ भारद्वाज ने कहा कि ये मामला 18 जनवरी 2017 से है, हम इतना मौका दे रहे हैं. सीएस नहीं आ सकते तो आरसीएस आ जाएं, वो नहीं तो डिप्टी आरसीएस ही आ जाएं. लेकिन दिल्ली विधानसभा की बैठक में कोई भी अधिकारी नहीं आ रहा है. सौरभ ने अधिकारियों के व्यवहार को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि कोर्ट से राहत नहीं मिली तो बहाना बनाते हैं और मैसेज भेज देते हैं कि हम बीमार हैं.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि अभी तक हम सरकारी अफसर से कार्रवाई का कह रहे थे, लेकिन अब हम विधानसभा के सेशन में अनुरोध करेंगे कि अपनी विशेषाधिकार शक्ति का इस्तेमाल करें. जो भी अफसर दोषी पाए जाएं उनपर विधानसभा अपनी शक्ति का इस्तेमाल कर कार्रवाई करे.
आम आदमी पार्टी के प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली नागरिक सहकारी बैंक का मामला है. 90 फीसदी लोन वापिस नहीं आएंगे. हमें अधिकारियों से जानना है कि इस घोटाले पर अबतक क्या कार्रवाई की गई है? इस मसले पर जवाब देने से पहले शूरवीर सिंह बचें और अब नए अधिकारी जेबी सिंह भी बच रहे हैं. सौरभ ने कहा कि 20 को बुलाया नहीं आए, 21 को बुलाया नहीं आए. समिति मीडिया के सामने लाइव बैठक करेगी तो क्यों नहीं आ रहे हैं?
आम आदमी पार्टी के विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी ने कहा कि व्यवस्थापिका अपने नियम के तहत कठोर कार्रवाई के लिए आगे जाएगी. अधिकारी हमारे धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं. माननीय कोर्ट ने 2 अधिकारियों को आने को कहा था. व्यक्ति बीमार हो सकता है विभाग बीमार नहीं हो सकता. सौरभ ने कहा कि जो भी संभव होगा कठोर संविधान के तहत कार्रवाई करेंगे.