
मुख्य सचिव अंशु प्रकाश से मारपीट और बदसलूकी के मामले में गिरफ्तार किए गए आप पार्टी के दोनों विधायकों की जमानत कोर्ट की ओर से रद्द किए जाने के बाद पार्टी की ओर से आरोप लगाया गया है कि दिल्ली की सरकार को गिराने की साजिश रची जा रही है.
आप पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दिल्ली पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के सलाहकार वीके जैन पर दबाव डालकर बयान बदलवा दिया गया है. उन्होंने कहा, 'वीके जैन पर दबाव डालकर उनका बयान बदलवाया गया है. पुलिस ने जैन का बयान जबरन बदलवाया है. वीके जैन की ओर से दिया गया पहला बयान उनके दूसरे बयान से अलग है.'
सांसद संजय सिंह का कहना है कि वीके सिंह ने कल बयान में कहा था कि उन्होंने वहां मारपीट नहीं देखी है वह उस वक्त वॉशरूम गए हुए थे लेकिन आज दिल्ली पुलिस और सीबीआई ने उन पर दबाव बनाकर उनसे बयान बदलवा दिया, इसलिए मांग यह है कि नए बयान को ना माना जाए, बुजुर्ग आदमी पर दबाव बनाना ज्यादा कठिन नहीं है.
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली में आप पार्टी की सरकार की छवि धूमिल करने और उसे गिराने की साजिश रची जा रही है. आम आदमी पार्टी नेता आशुतोष और संजय सिंह ने मांग की कि दिल्ली पुलिस मुख्यमंत्री आवास की सीसीटीवी की जांच करें क्योंकि आरोप लग रहे हैं कि सीसीटीवी के साथ छेड़छाड़ की गई है.
जब आप पार्टी नेताओं से पूछा गया कि उस मीटिंग में छह पूर्व विधायक क्यों मौजूद थे जबकि अब उन्हें चुनाव आयोग अयोग्य घोषित कर चुका है, इस पर आशुतोष का कहना है कि यह लोकतंत्र है और यहां पर सभी को अपना मत रखने का अधिकार है. वह लोग अपने इलाके के प्रतिनिधि हैं ऐसे में अपनी समस्या रखने के लिए बैठक में मौजूद थे, इसमें कुछ भी गलत नहीं है.
वीके जैन (रिटायर्ड आईएएस) दिल्ली के मुख्यमंत्री के सलाहकार हैं, जिन्हें बुधवार को दिल्ली पुलिस ने उनसे पूरे प्रकरण पर पूछताछ की थी. उनका काम मुख्यमंत्री की बैठक का समन्वय करना है. पुलिस ने बुधवार की सुबह उनके आवास से पूछताछ के लिए बुलाया था. मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने अपनी शिकायत में जैन के नाम का उल्लेख किया था.
जैन ने पुलिस के सामने यह माना था कि उनके सामने किसी तरह की मारपीट की घटना हुई थी. हालांकि पुलिस की तरफ से सरकारी वकील ने आज जैन की ओर से दिए गए बयान को कोर्ट के सामने पेश किया, और कहा कि कि हमारे पास वीके जैन का 164 का स्टेटमेंट है, जिसमें उन्होंने कहा है कि मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को प्रकाश जरवाल और अमानतुल्ला खान ने घेरा हुआ था, उनके साथ मारपीट की और उसमें मुख्य सचिव का चश्मा भी गिर गया.
आप पार्टी के दोनों विधायकों अमानतुल्ला खान और प्रकाश जरवाल की जमानत अर्जी को तीस हजारी कोर्ट ने ठुकरा दिया और उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत के लिए भेज दिया, हालांकि जमानत याचिका पर सुनवाई शुक्रवार को भी जारी रहेगी.