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नरेंद्र मोदी सरकार को दो महीने होने को आए हैं, लेकिन बढ़ती महंगाई और बिजली की किल्लत के बीच 'अच्छे दिनों' की आहट फिलहाल सुनाई नहीं दे रही. ऐसे में विपक्ष सरकार पर लगातार जुबानी हमले कर रहा है. लेकिन पहली बार सांसद बने आम आदमी पार्टी के भगवंत मान ने 'अच्छे दिनों' के नारे पर तंज कसते हुए संसद में कविता ही सुना डाली.
कॉमेडियन से सांसद बने भगवंत मान ने यह वीडियो यूट्यूब पर डाला है. जब उन्होंने यह कविता पढ़ी, तब सदन में वित्त मंत्री अरुण जेटली भी मौजूद थे. वह गंभीर मुद्रा में चुपचाप यह कविता सुनते रहे. सदन अध्यक्ष की कुर्सी पर प्रोफेसर केवी थॉमस बैठे हुए थे. संगरूर से AAP सांसद ने पहले आम बजट पर सवाल उठाए और फिर यह कविता पढ़ी.
पहले किराया बढ़ाया रेल का
फिर नंबर आया तेल का
खुद ही दस साल करते रहे नुक्ताचीनी
आते ही महंगी कर दी चीनी
हर कोई सपने दिखाकर आम आदमी को ठग रहा है
आम आदमी को अब डर चीन से नहीं, चीनी से लग रहा है
दुनिया मून पर, सरकार हनीमून पर
पूछ रहे पूरे देश के चायवाले हैं
महंगाई की वजह से खाली चाय के प्याले हैं
लोगों को तो बस दो वक्त की रोटी के लाले हैं
सरकार जी बता दीजिए, अच्छे दिन कब आने वाले हैं?
हमारे देश के लोग बहुत हिम्मतवाले हैं
जिन्होंने इस महंगाई के दौर में भी बच्चे पाले हैं
लूटने वाले ज्यादा, बस गिनती के रखवाले हैं
प्लीज सरकार जी बता दीजिए, अच्छे दिन कब आने वाले हैं?
मेरे सपने में कल रात बुलेट ट्रेन आई
मैंने कहा जी बधाई हो बधाई
सुना है तुम मेरे देश आ रही हो
देश में तरक्की की स्पीड बढ़ा रही हो
बुलेट ट्रेन बोली मेरा शिकवा किसी गाय या भैंस से नहीं
मैं बिजली से चलती हूं, गोबर गैस से नहीं
प्रधानमंत्री के भाषण लोगों को खूब जंचे हैं
विदेशों से काला धन वापस आने में 50 दिन बचे हैं
हम तो आम आदमी पार्टी वाले हैं
हमने तो हर सरकार से डंडे खा ले हैं
हमने तो सड़कों और पार्लियामेंट में ये पूछने के लिए मोर्चे संभाले हैं
कि बताइए, अच्छे दिन कब आने वाले हैं?
सुनें भगवंत मान की कविता