
सुच्चा सिंह छोटेपुर पर कथित स्टिंग में पैसे लेकर पंजाब चुनाव का टिकट देने के आरोप ने दिल्ली में बैठे नेताओं की चिंता बढ़ा दी. पूरे मामले में शुक्रवार को मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के घर पर पॉलिटिकल अफेयर कमिटी (PAC) की एक बैठक बुलाई गई. इस बैठक में आम आदमी पार्टी ने सुच्चा सिंह छोटेपुर को पंजाब के संयोजक पद से हटाने का फैसला किया है.
पार्टी में बने रहेंगे छोटेपुर
पूरे मामले की जांच के लिए 2 सदस्यों की एक समिति बनाई गई है. फिलहाल सुच्चा सिंह छोटेपुर पार्टी का हिस्सा बने रहेंगे. साथ ही पार्टी ने किसी नेता को पंजाब का नया संयोजक नहीं बनाया है. बैठक के बाद भगवंत मान ने बताया कि छोटेपुर के एक स्टिंग में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है.
दो सदस्यीय जांच कमिटी का गठन
उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन से निकली है. इसलिए तुरंत प्रभाव से छोटेपुर को पंजाब के संयोजक के पद से हटाया जा रहा है. एक जांच कमिटी बना दी गई है. जिसमें जरनैल सिंह और जसबीर सिंह होंगे. जबसे ये आरोप लगे हैं हमारे पास लगातार शिकायत आ रही है कि सुच्चा सिंह छोटेपुर टिकट के लिए पैसे मांग रहे हैं.
ऑस्ट्रेलिया से आए लड़के से ली रकम
भगवंत मान ने मीडियाकर्मियों को अपने मोबाइल पर एक लेटर दिखाते हुए कहा कि मेरे पास एक लेटर है. ऑस्ट्रेलिया से एक लड़का आया था. उसने लिखा है कि 60 लाख रुपये से बात शुरू हुई और 30 लाख में सौदा तय हुआ और 4 लाख एडवांस भी दिया गया. टिकट की घोषणा होगी तो बाकी 26 लाख देने की बात हुई.
केजरीवाल और सिसोदिया पर लगाया आरोप
जब उस लड़के को ये पता चला कि इस पार्टी में मेहनत करने वालों को टिकट मिलती है, किसी का कोटा नहीं है. तो उस लड़के ने आगे लिखा है कि वो सुच्चा सिंह के पास गया और पैसे वापिस मांगे. 4 लाख में से 3 लाख वापिस मिल गए 1 लाख अभी भी बाकी हैं. इसके बाद छोटेपुर ने पंजाब में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया पर जमकर आरोप लगाए थे.
मान ने दिया छोटेपुर के आरोपों का जवाब
छोटेपुर आरोप का जवाब देते हुए भगवंत मान ने कहा कि पैसा कमाना हमारी पार्टी का एजेंडा नहीं है. जांच समिति सुच्चा सिंह को भी भी अपना पक्ष रखने के लिए बुलाएगी. लेकिन उन्होंने क्यों अरविंद पर आरोप लगाया? उन्होंने उस दिन ये बात क्यों नहीं रखी? लगता है भ्रष्टाचार के मामले से ध्यान भटकाने के लिए धर्म का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं. जबकि खुद अरविंद माफी मांगने गए थे. डिप्टी सीएम के पास बहुत काम है. उन्होंने स्टिंग कराया या जासूसी की ये कहना बेबुनियाद है.