
दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार जनहित के एक वायदे को एक साल में भी पूरा नहीं कर पाई है. AAP सरकार ने दिल्ली के स्कूलों में मिड-डे मील स्कीम के तहत बच्चों को केले और बॉइल्ड अंडे खिलाने का वादा किया था, लेकिन एक साल बाद भी वह इसे पूरा नहीं कर पाई. हालांकि इस मामले में AAP नेता उप-राज्यपाल पर ही निशाना साध रहे हैं.
गौरतलब है कि राज्य में शिक्षा व्यवस्था में सुधार को लेकर AAP सरकार की सराहना होती रही है. AAP सरकार ने 'स्कूल ऑफ एक्सीलेंस' स्थापित करने, सरकारी स्कूलों के बच्चों के स्किल एजुकेशन के लिए मिशन बुनियाद शुरू करने, स्मार्ट क्लास और स्वीमिंग पूल के निर्माण जैसे कई अनूठे कदम उठाए हैं. ऐसे में मिड-डे मील जैसी बुनियादी योजना में वादे पर खरा न उतर पाने के लिए दिल्ली सरकार पर सवाल उठाए जा रहे हैं.
स्कूलों में अब भी मिड-डे मील के तहत कढ़ी-चावल, छोले-पूरी, सांभर-चावल और छोले-चावल वितरित किए जा रहे हैं. हालांकि, दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने साल 2017-18 के बजट में 55 करोड़ रुपये इसके लिए आवंटित भी कर दिए थे कि मिड-डे मील में बच्चों को केले और अंडे दिए जाएं. सिसोदिया ने घोषणा की थी कि दिल्ली स्कूली बच्चों को ऐसे पोषक खाद्य पदार्थ उपलब्ध कराने वाला देश का पहला राज्य होगा. लेकिन दिलचस्प यह है कि बिहार उनकी इस घोषणा को लपककर अपना भी चुका है, लेकिन दिल्ली में अभी तक यह शुरू नहीं हो पाया है.
मेल टुडे रिपोर्टर ने रजोकरी, समालखा और बिजवासन जैसे तीन स्थानों के पांच स्कूलों का दौरा किया, लेकिन इन स्कूलों के शिक्षकों ने तो ऐसी किसी योजना के बारे में सुना भी नहीं था. टीचर्स ने बताया कि पूरी दिल्ली में सिर्फ 6-7 ठेकेदारों के द्वारा मिड-डे मील की आपूर्ति की जाती है और हर जिले में एक ठेकेदार है.
इस बारे में संपर्क करने पर दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की सलाहकार आतिशी मारलेना ने मैसेज के द्वारा यह जानकारी दी कि स्कूली छात्रों में केले वितरित करने के लिए टेंडर की 'प्रक्रिया चल रही है.' उन्होंने अंडे के बारे में कोई चर्चा नहीं की.
AAP ने LG पर साधा निशाना
मेल टुडे की खबर पर AAP विधायक अलका लांबा ने कहा कि पौष्टिक आहार दिल्ली के सभी स्कूलों में दिया जा रहा है, मगर अंडा और केला देने में यदि कोई मुश्किल आ रही है तो दिल्ली सरकार इस पर समुचित ध्यान देगी. अलका लांबा ने कहा कि जैन संस्थाए अंडे पर आपत्ति जताती रही हैं, हम ऐसी कोशिश करेंगे ताकि आस्था भी बची रहे और पौष्टिक आहार भी मिल जाए. हम कोशिश करेंगे कि अंडा नहीं तो कम से कम केला तो बच्चों को जरूर मिले.
अलका लांबा ने कहा कि विपक्ष इस मुद्दे पर महज राजनीति कर रहा है. अलका लांबा ने उप-राज्यपाल अनिल बैजल पर निशाना साधते हुए कहा कि LG हमारी फाइलों को मंजूरी दें ताकि दिल्ली के बच्चों को हम पौष्टिक आहार पहुुंचा सकें. अलका लांबा ने कहा, 'अक्षय पात्र का नाम देशभर में है, LG साहब क्यों उनकी संस्था को दिल्ली में काम करने नही दे रहे हैं. यक़ीनन बजट लोगों का है, हम जनता का पैसा जनता को देना चाहते हैं, मगर LG इसके लिए तैयार तो हों.'
(साथ में अर्पण राय, Mail Today से साभार)