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AAP के समर्थन में सोशल मीडिया पर उतरी जनता, पार्टी दफ्तर के लिए अपने घर देने की पेशकश

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दफ्तर का आबंटन रद्द कर दिया गया. इसके बाद पार्टी के समर्थक और कार्यकर्ता दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में अपने घर पार्टी कार्यालय के तौर पर देने के लिए सामने आने लगे हैं.

AAP के समर्थन में सोशल मीडिया पर कैंपेन AAP के समर्थन में सोशल मीडिया पर कैंपेन
आशुतोष मिश्रा
  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2017,
  • अपडेटेड 11:25 AM IST

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दफ्तर का आबंटन रद्द कर दिया गया. इसके बाद पार्टी के समर्थक और कार्यकर्ता दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में अपने घर पार्टी कार्यालय के तौर पर देने के लिए सामने आने लगे हैं.

आबंटन रद्द होने के बाद अब आम आदमी पार्टी को दफ्तर खाली करना पड़ सकता है. ऐसे में पार्टी का काम चलाने के लिए कार्यालय खोजना आम आदमी पार्टी के लिए सरदर्द साबित हो सकता है. लेकिन ऐसे मौके पर पार्टी समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने पार्टी को हौसला बढ़ाया है. आम आदमी पार्टी समर्थकों और कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर कैंपेन चलाया है, जिसमें अलग-अलग जगहों पर पार्टी दफ्तर के लिए समर्थक अपने घरों में जगह देने की बात कह रहे हैं.

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आप समर्थकों ने सोशल मीडिया पर #TakeMyPlace4AAPOffice अभियान चलाया है. पार्टी की कार्यकर्ता और सोशल मीडिया की सदस्य आरती ने ट्विटर पर लिखा, 'बीजेपी वालों क्या सोचा था कि ऑफिस छीन लोगे तो आम आदमी पार्टी सड़क पे आ जायेगी?'


पार्टी के समर्थक सुनील यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मैं अपना घर आम आदमी पार्टी के दफ्तर के लिए देने को तैयार हूं.' पार्टी के दूसरी कार्यकर्ता रिया ने लिखा है, 'मैं दिल्ली में अपना बंगला आम आदमी पार्टी के नाम करने की घोषणा करती हूं.'

आप समर्थक निमिषा गुप्ता ने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मैं बहुत गरीब परिवार से हूं लेकिन अगर आम आदमी पार्टी को दफ्तर चलाने की जरूरत पड़े तो वह अपने घर का एक कमरा पार्टी को दे सकती हैं.'


बता दें कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के दफ्तर का आबंटन उपराज्यपाल अनिल बैजल ने रद्द कर दिया था. उपराज्यपाल के मुताबिक आम आदमी पार्टी ने राउस एवेन्यू पर अवैध तरीके से दफ्तर बना रखा था. उन्होंने पार्टी को ये बंगला जल्द से जल्द खाली करने का भी आदेश दिया था. दरअसल दिल्ली स्थित आम आदमी पार्टी के दफ्तर (206, राउस एवेन्यू) पर शुंगलू कमेटी ने भी आपत्ति जताई थी. इसके अलावा केजरीवाल सरकार के कई फैसलों पर कमेटी ने सवाल उठाए थे. कमेटी के मुताबिक आम आदमी पार्टी की सरकार ने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर कुछ फैसले लिए थे.

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