
जम्मू-कश्मीर के नौगाम में गुरुवार 14 सितंबर को लश्कर कमांडर अबु इस्माइल अपने साथी अबु कासिम समेत सुरक्षाबलों के साथ हुए मुठभेड़ में मारा गया. पाकिस्तानी आतंकी अबु इस्माइल को आतंकी अबु दुजाना के मारे जाने के बाद लश्कर की कमान सौंपी गई थी. आपको बता दें कि यही अबु इस्माइल जुलाई में अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले का मास्टरमाइंड था.
अमरनाथ यात्रियों पर हमले का मास्टरमाइंड
अबु इस्माइल घाटी में 15 आतंकी वारदातों में शामिल था. वह 14 सुरक्षाबलों की हत्या का जिम्मेदार था. अमरनाथ यात्रियों पर हमले को अंजाम देने के लिए अबु इस्माइल ने ही घाटी में पूरी योजना बनाई थी. इस हमले की जांच में पता चला कि आतंकी कुछ श्रद्धालुओं को बंधक बनाने की फिराक में थे.
वो रात जब आतंकियों ने श्रद्धालुओं को बनाया निशाना
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग के बटेंगू इलाके में 10 जुलाई, 2017 की रात करीब 8.20 श्रद्धालुओं से भरी बस पर बाइक से आए आतंकियों ने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी. इस हमले में सात श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे. इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी तभी लश्कर-ए-तैयबा ने ली थी.
ऐसा हुआ था अमरनाथ यात्रियों की बस पर आतंकी हमला
श्रीनगर से जम्मू की ओर जा रही बस जैसे ही अनंतनाग में बटेंगू के पास पहुंची, बाइक से आए आतंकियों ने बस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. बस के चालक ने रफ्तार तेज कर बस को अगले चौक तक पहुंचाया. आतंकी अंधाधुंध फायरिंग के बाद भाग निकले थे.
एक गली से भाग निकले थे आतंकी
सबसे पहले पुलिस की गाड़ी पर हमला हुआ था, तभी बस बीच में आ गई और आतंकी बस पर फायरिंग करने लगे. हमले के दौरान आर्मी और पुलिस ने भी आतंकियों पर फायरिंग की थी. हमला करने के बाद हमलावर एक गली से भाग निकले थे.