
लखनऊ के ब्राइटलैंड स्कूल में छात्र को चाकू मारने के मामले में आरोपी लड़की ने खुलासा किया है कि उसने लड़के को चाकू नहीं मारी है. वह लड़के को जानती तक नहीं है, ना ही उसने कभी उसे देखा है. घटना वाली सुबह वह स्कूल की असेंबली में थी. उसे जानबूझकर फंसाया जा रहा है.
उसका आरोप है कि उसे फंसाने के लिए ही उसके बालों का सैंपल लिया गया. उसके हाथों के फिंगर प्रिंट लेने के लिए बहका करके सामान उठाया गया. स्कूल प्रशासन पर आरोप है कि कपड़े उतरवाकर उसकी तलाशी ली गई. आरोपी के वकील ने भी स्कूल प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
आरोपी लड़की के मुताबिक, उसे दो दिन तक पता ही नहीं था कि आखिर किस मामले में उससे पूछताछ की जा रही है. उसने जब टीवी देखा, तो पहली बार उसे पता चला कि स्कूल में कोई घटना हुई है. स्कूल वालों ने इतनी बड़ी घटना को छुपाए रखा. अभी तक उनको सीसीटीवी फुटेज नहीं दिखाई गई है.
इसी सीसीटीवी के आधार पर स्कूल वालों ने आरोपी लड़की को इस मामले का गुनहगार ठहराया. उसके वकील के मुताबिक जरूर इस लड़की को फंसाने के लिए स्कूल और पुलिस की तरफ से बड़ी साजिश की जा रही है, ताकि जो असली गुनहगार है वह सामने ना आ सके. इसके खिलाफ वे लोग हाईकोर्ट जाएंगे.
मुखिया योगी आदित्यनाथ से भी अपील करेंगे कि इस मामले की निष्पक्ष जांच करने के लिए सीबीआई जांच कराई जाए, ताकि सच सामने आ सके. आरोपी लड़की ने अपने ऊपर लगे सभी आरोप बेबुनियाद बताया और कहा कि जिस वक्त घटना हुई वह असेंबली में थी. उसके आगे पीछे कई और छात्र थे.
बतात चलें कि ब्राइटलैंड स्कूल में घटी गुरुग्राम के रेयान जैसी घटना ने हर किसी का दिल दहला दिया है. घटना के बाद कहा गया था कि आरोपी छात्रा ने स्कूल में छुट्टी करने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था. उसने प्रिंसिपल से मिलने के बहाने छात्र को टॉयलेट में ले जाकर चाकुओं से गोद दिया था.
पुलिस अधीक्षक ट्रांस गोमती हरेंद्र कुमार को दिए बयान में पीड़ित छात्र ने बताया था, 'स्कूल में प्रेयर होने जा रहा था. मैंने बैग रखकर वहां जाने लगा. तभी दीदी मुझे जबरदस्ती घसीटकर टॉयलेट में ले गई. मुझे चाकू मारते हुए कहने लगी कि तुम्हें जान से मार दूंगी. जबतक तुम मरोगे नहीं, स्कूल में छुट्टी कैसे होगी.'