
Siddharth Attacks On Thackeray Trailer शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे की जिंदगी पर बनी फिल्म का लंबे वक्त से फैंस को इंतजार था. बुधवार को मुंबई में ठाकरे परिवार की मौजूदगी में फिल्म का ट्रेलर लॉन्च हुआ. बाल ठाकरे का किरदार नवाजुद्दीन सिद्दीकी निभा रहे हैं. दो भाषाओं (हिंदी और मराठी ) में जारी ट्रेलर के सामने आते ही एक बार फिर से दिवंगत बाल ठाकरे को लेकर चर्चा शुरू हो गई. कुछ लोगों ने ट्रेलर पर आपत्ति भी की है.
रंग दे बसंती में आमिर खान के साथ काम कर चुके सिद्धार्थ भी ट्रेलर से खासे नाराज है. उन्होंने इसके जरिए नफरत फैलाने का आरोप लगाया. एक्टर का कहना है कि फिल्म के मराठी ट्रेलर में बाल ठाकरे बने नवाजुद्दीन एक रैली में दक्षिण भारत के लोगों के लिए saale andu-gundu" कहते दिख आ रहे हैं. वो ये भी कहते हैं कि Uthao lungi, bajao pungi.
बताते चलें कि अपनी राजनीति की शुरुआत में बाल ठाकरे ने मुंबई में मराठी मानुष को लेकर दक्षिण भारतीयों के खिलाफ आंदोलन चलाया था. Uthao lungi, bajao pungi (उठाओ लुंगी, बजाओ पुंगी) उसी आंदोलन का नारा था.
मराठी ट्रेलर का विरोध करते हुए सिद्धार्थ ने ये भी कहा, "ये भाषा नफरत फैलाने वाली है. ट्रेलर में रोमांस और हिरोइज्म के जरिए निगेटिव चीजों को फैलाया गया है."
बताते चलें कि हिंदी और मराठी में ठाकरे के दो ट्रेलर जारी किए गए हैं. आमतौर पर कई भाषाओं में जारी ट्रेलर में सिर्फ भाषा का अंतर होता है, बाकी सारी चीजें एक जैसी होती हैं. ये फर्क भी फिल्म के विषय के संदेश को आसानी से लोगों तक पहुंचाने की वजह से किया जाता है. लेकिन ठाकरे के दोनों ट्रेलर देखे जाएं तो वे अलग अलग हैं. दोनों के डायलॉग में अंतर है. ऐसे ही एक-दो डॉयलाग्स पर सिद्धार्थ ने आपत्ति की है.
सेंसर से विवाद
वैसे ट्रेलर रिलीज के पहले रिपोर्ट थी कि फिल्म के कुछ संवादों सीन्स पर सेंसर बोर्ड ने आपत्ति की है. हालांकि सेंसर बोर्ड के आधिकारिक सूत्रों ने आज तक से कहा भी कि "हमने ठाकरे फिल्म के मराठी ट्रेलर में बदलाव करने को कहा है. हमें इस ट्रेलर के दो ऑडियो पर ऑब्जेक्शन थे और हमने उसी के संदर्भ में बदलाव के लिए कहा है. कोई भी वीडियो कट नहीं है. ये फैसला फिल्ममेकर और सेंसर बोर्ड की सहमति से लिया गया है. दो ऑडियो मोडिफिकेशन के अलावा कोई भी वीडियो कट नही."
कोई भी 'ठाकरे' पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता
उधर, बाल ठाकरे के जीवन पर फिल्म की पटकथा लिखने और प्रोड्यूस करने वाले राजनेता संजय राउत ने बुधवार को कहा था, "कोई भी फिल्म पर प्रतिबंध नहीं लगा सकता. फिल्म पर आपत्ति उठाने वाली केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) शिवसेना के संस्थापक के दृष्टिकोण को समझेगी." ट्रेलर लांच के मौके पर राउत ने मीडिया से यह भी कहा, "हमने बाला साहब को ठीक वैसे ही पेश किया है जैसे वह हैं, जैसे उन्होंने अपने लोगों और राजनीतिक स्थिति पर विचार रखें हैं."