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जोखिम भरा है यह खेल, बाल-बाल बची इस भारतीय क्रिकेटर की जान

रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-डी मैच में विदर्भ के बल्लेबाज आदित्य सरवटे के सिर पर बल्लेबाजी करने के दौरान एक बाउंसर जा लगी और उन्हें मैदान से बाहर ले जाना पड़ा.

आदित्य सरवटे आदित्य सरवटे
विश्व मोहन मिश्र
  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 3:02 PM IST

पिछले कुछ साल से क्रिकेट के मैदान पर कई बड़े हादसे हो रहे हैं जिसमें खिलाड़ियों की जान खतरे में पड़ गई है. ऐसे में अब सवाल यह उठता है कि क्या वाक्य ही मैदान पर खेल के दौरान खिलाड़ी अपनी जान के जोखिम के साथ उतरते हैं.

बता दे कि रणजी ट्रॉफी के ग्रुप-डी मैच में विदर्भ के बल्लेबाज आदित्य सरवटे के सिर पर बल्लेबाजी करने के दौरान एक बाउंसर जा लगी और उन्हें मैदान से बाहर ले जाना पड़ा. इस घटना से मैदान पर मौजूद सभी खिलाड़ी स्तब्ध रह गए.

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लेकिन, अच्छी बात यह रही कि चोट गंभीर नहीं थी और आदित्य कुछ समय बाद मैदान पर फिर बैटिंग के लिए उतरे थे. विदर्भ और बंगाल के बीच यह मुकाबला कोलकाता के बंगाल क्रिकेट अकादमी के मैदान पर खेला जा रहा है.

आदित्य सरवटे को उस वक्त चोट लगी जब वह 60 रन बनाकर खेल रहे थे. बंगाल की तरफ से पहला मैच खेल रहे इशान पोरल की उठती हुई गेंद उनके सिर में लगी जिससे वह थोड़ी देर के लिए बेसुध हो गए. उन्होंने फौरन मैदान छोड़ दिया लेकिन थोड़ी देर बाद जब वह वापस आए तो सभी ने राहत की सांस ली.

इशान पोरल की उस बाउंसर पर विदर्भ के बल्लेबाज सरवटे करारा शॉट लगाना चाहते थे, लेकिन वह पूरी तरह से चूक गए. मेडिकल जांच के बाद उन्होंने खेलते रहने का फैसला किया, लेकिन सिर्फ 3 गेंद बाद वे पवेलियन लौट गए. उन्होंने 93 गेंद में 89 रन बनाए. पोरेल ने ही उन्हें विकेट के पीछे ऋद्धिमान साहा के हाथों कैच कराया.

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आपको बता दें कि 27 नवंबर, 2014 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर एक तेज उठती हुई गेंद से घायल हुए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर फिलिप ह्यूज की मौत हो गई थी. वह भी अपने 26वें जन्मदिन से महज तीन दिन पहले. यह एक ऐसा हादसा था जिसके बाद क्रिकेट जगत स्तब्ध रह गया था और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी गहरे सदमे में चले गए थे.

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