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आदित्य ठाकरे ने स्याही पोतने को बताया लोकतांत्रिक और ऐतिहासिक

पूर्व पाकिस्तानी विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की किताब विमोचन को लेकर शिवसेना का विरोध जहां तल्ख और उग्र हो चला है, वहीं उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने इसका समर्थन किया है. यही नहीं, आदित्य ने पूर्व बीजेपी नेता सुधींद्र कुलकर्णी के ऊपर स्याही पोतने के कृत्य को अहिंसा से जोड़कर विरोध का सहज तरीका बताया है.

आदित्य ठाकरे की फाइल फोटो आदित्य ठाकरे की फाइल फोटो
स्‍वपनल सोनल
  • मुंबई,
  • 12 अक्टूबर 2015,
  • अपडेटेड 7:59 PM IST

पूर्व पाकिस्तानी विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी की किताब विमोचन को लेकर शिवसेना का विरोध जहां तल्ख और उग्र हो चला है, वहीं उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने इसका समर्थन किया है. यही नहीं, आदित्य ने पूर्व बीजेपी नेता सुधींद्र कुलकर्णी के ऊपर स्याही पोतने के कृत्य को अहिंसा से जोड़कर विरोध का सहज तरीका बताया है.

आदित्य ठाकरे ने कहा कि विरोध करते हुए किसी पर स्याही डालना न सिर्फ अहिंसा का प्रतीक है, बल्कि‍ लोकतांत्रिक और ऐतिहासिक भी है. आदित्य ने कहा, 'यह सही है कि कुछ पार्टियों द्वारा स्याही पोतने का अहिंसात्मक तरीका आपको क्रोधि‍त करता है, लेकिन यह एक लोकतांत्रिक और अहिंसात्माक तरीका है.'

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ठाकरे परिवार के युवा चेहरे ने आगे कहा, 'स्याही पोतना भले ही आपको हिंसात्मक तरीका लग सकता है, लेकिन पाकिस्तान समर्थ‍ित आतंकवाद के कारण मुंबई, जम्मू-कश्मीर और दूसरे अन्य शहरों में सड़कों पर खून के छींटों से कम ही है.' आदित्य ने कहा कि हम इस घटना की एक ऐसे आदमी से तुलना कर रहे हैं, जिसने खुलेआम नक्सलियों के समर्थन में आवाज उठाई और भारत विरोधी अलगावादियों से संबंध रखने वाले विदेश मंत्री का साथ दिया.

 

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