
भारत के पूर्व कप्तान बिशन सिंह बेदी ने सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण को बीसीसीआई की सलाहकार समिति में शामिल किए जाने को सही दिशा में उठाया गया कदम बताया लेकिन कहा कि उन सभी की भूमिका स्पष्ट होनी चाहिए.
बेदी ने कहा, ‘यह सही दिशा में उठाया गया कदम है बशर्ते बीसीसीआई सलाहकार समिति की सकारात्मक भूमिका को स्पष्ट परिभाषित कर सके. हमें देखना होगा कि इस समिति को क्या अधिकार मिलते हैं. यह अच्छी बात है कि सचिन, लक्ष्मण और गांगुली जैसे लोगों ने इसमें शामिल होना स्वीकार किया है.’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन फिर बीसीसीआई को सब कुछ स्पष्ट परिभाषित करना होगा. यह हवाई गोली की तरह नहीं होना चाहिए. इन तीनों की भूमिकाओं की स्पष्ट व्याख्या होनी चाहिए. इसके साथ ही जवाबदेही का पहलू भी होना चाहिए.’
पूर्व कप्तान ने कहा, ‘सलाहकार समिति से संजीदा सलाह की उम्मीद होगी जबकि अंतिम फैसला बीसीसीआई करेगा. इस तरह की व्यवस्था नहीं होनी चाहिए. उनकी भूमिका एक दूसरे के पूरक की होनी चाहिए.’ हमेशा से टीम के लिए भारतीय कोच की पैरवी करने वाले बेदी ने कहा कि राष्ट्रीय टीम का नया मेंटर भी भारतीय होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘जो भी व्यक्ति जिस रूप में जुड़े , मैं चाहता हूं कि वह भारतीय हो. भारत का सवाल है तो भारतीय का होना जरूरी है. मेरा हमेशा से मानना रहा है कि कोच या मैनेजर भारतीय होना चाहिए और सही उम्मीदवार तलाशना बोर्ड का काम है.’
बेदी ने कहा कि हाल ही में क्रिकेट को अलविदा कहने वाले खिलाड़ी आधुनिक क्रिकेट के तौर तरीकों से बखूबी वाकिफ होंगे. उन्होंने कहा, ‘कुछ खिलाड़ियों ने हाल ही में संन्यास लिया है जो आधुनिक क्रिकेट से अच्छी तरह वाकिफ हैं. अगर पुराने दौर के खिलाड़ी भी दौड़ में हैं जो कमेंट्री कर रहे हैं या क्रिकेट पर लिख रहे हैं तो बीसीसीआई को फैसला लेना होगा.’
इनपुटः भाषा