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अफगानिस्तान ने सौंपे सबूत, कहा- काबुल के हमलावरों को PAK में मिली ट्रेनिंग

अफगानिस्तान खुफिया विभाग के प्रमुख मासूम स्टानेकजई ने भी बैठक में हिस्सा लिया. इसमें पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों और खुफिया अधिकारी भी मौजूद थे.

अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी
केशवानंद धर दुबे
  • काबुल,
  • 02 फरवरी 2018,
  • अपडेटेड 8:50 AM IST

अफगानिस्तान ने पड़ोसी देश पाकिस्तान को इस बात के सबूत दिए हैं कि हाल में कई हमलों को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को पाकिस्तान में प्रशिक्षण दिया गया था. अफगानिस्तान ने इस बात के भी सबूत दिए कि तालिबानी नेताओं को वहां खुलेआम घूमने दिया जाता है. अफगानिस्तान के गृह मंत्री ने इस बात की जानकारी दी.

पेश किए गए सबूत

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वईस अहमद बरमक ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में एक दिन पहले हुई बैठक में साक्ष्य पेश किए गए. अफगानिस्तान खुफिया विभाग के प्रमुख मासूम स्टानेकजई ने भी बैठक में हिस्सा लिया. इसमें पाकिस्तान के वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और खुफिया अधिकारी भी मौजूद थे.

हमलों को रोके पाकिस्तान

स्टानेकजई ने कहा कि अफगानिस्तान ने सबूत रख दिए हैं. आगे इस तरह के हमलों को रोकने के लिए पाकिस्तान से कहा गया है. पाकिस्तान की तरफ से त्वरित टिप्पणी नहीं की गई है जिसने हाल के हमलों पर दुख जताया था. पाकिस्तान का एक प्रतिनिधिमंडल शनिवार को काबुल आएगा.

बता दें कि हाल ही में काबुल में हुए सिलसिलेवार हमलों में करीब 100 लोग मारे गए थे. इसकी जिम्मेदारी आतंकी संगठन तालिबान और आईएस ने ली थी. इसके अलावा हाल ही में काबुल स्थित इंटर-कॉन्टिनेंटल होटल पर तालिबानी हमले हुए.

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अमेरिका ने लगाई फटकार

काबुल में हुए लगातार हमलों को लेकर अमेरिका ने भी पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई थी. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान से कहा था कि वह तालिबान के आतंकियों को फौरन अपने यहां से निष्कासित करे.

अफगान राष्ट्रपति ने नहीं उठाया PAK PM का फोन

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी ने अफगान राष्ट्रपति अशरफ गनी को काबुल में हुए आतंकी हमले के संबंध में अपनी संवेदना जताने के लिए फोन किया था, लेकिन गनी ने बात करने से इनकार कर दिया. इससे पहले अशरफ गनी ने काबुल में हुए हालिया हमलों से जुड़े सबूत को पाकिस्तानी सेना के साथ साझा करने के लिए अपना एक प्रतिनिधिमंडल इस्लामाबाद भेजा था.

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