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चिट्ठी लिखकर केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को दी हार से उबरने की नसीहत

पंजाब और गोवा में दावे के मुताबिक सीट ना पाने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा है और अप्रैल में होने वाले नगर निगम चुनाव में नए उत्साह के साथ कैंपेन करने की चुनौती भी है. हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने AAP के कार्यकर्ताओं को चिट्ठी लिखकर हार से उबरने का मंत्र भी दिया है.

दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल
पंकज जैन/सुरभि गुप्ता
  • नई दिल्ली,
  • 18 मार्च 2017,
  • अपडेटेड 10:05 PM IST

पंजाब और गोवा में दावे के मुताबिक सीट ना पाने के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा है और अप्रैल में होने वाले नगर निगम चुनाव में नए उत्साह के साथ कैंपेन करने की चुनौती भी है. हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने AAP के कार्यकर्ताओं को चिट्ठी लिखकर हार से उबरने का मंत्र भी दिया ताकि कार्यकर्ताओं पर निराशा हावी ना हो. इस बीच 'आज तक' ने आम आदमी पार्टी के ऐसे कार्यकर्ताओं से बात की है, जो पंजाब और गोवा चुनाव में प्रचार का हिस्सा थे.

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1. फरीदाबाद के रहने वाले जितेंद्र सिंह अन्ना आंदोलन के वक्त अरविंद केजरीवाल से जुड़े थे. दिल्ली में 2013, 2015 के विधानसभा चुनाव का हिस्सा रहे जितेंद्र हाल ही में पंजाब में चुनाव से पहले 6 महीने प्रचार करने भी गए थे. जीत ना मिलने के सवाल पर जितेंद्र का कहना है, 'हमें उम्मीद थी की पंजाब जीतेंगे, हमने कोशिश भी की थी लेकिन केजरीवाल खुद कहते हैं कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती है. एक राज्य में सरकार होने के बाद हमने अन्य राज्यों में चुनाव लड़ा और कोई ऐसी क्षेत्रीय पार्टी नहीं है जो हमारी तरह पंजाब में विपक्ष की भूमिका निभा रही है. दुख तो है कि पंजाब में हार गए लेकिन खोया भी कुछ नहीं है. अब नगर निगम चुनाव के लिए हम पूरे उत्साह के साथ तैयार हैं.'

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2. दिल्ली के बुराड़ी में रहने वाले सुभाष पाठक ने एक महीने तक पंजाब में चुनाव प्रचार किया था. अन्ना आंदोलन के वक्त से जुड़े सुभाष का कहना है, 'हम अन्ना आंदोलन के बाद पार्टी से इसलिए जुड़े क्योंकि भ्रष्टाचार मिटाने की ताकत सिर्फ अरविंद केजरीवाल में है. पंजाब में हमारी सीट क्यों कम रह गई. इसका थोड़ा दुख हुआ लेकिन अब उत्साह बढ़ा है और नगर निगम चुनाव में अच्छी सीटें लाने की तैयारी है.'

3. प्रभाकर पार्टी दफ्तर में बैकहैंड में जिम्मेदारी संभालने के अलावा अलग-अलग राज्यों में पार्टी के लिए प्रचार भी करते हैं. चुनाव से पहले तीन महीने तक गोवा में प्रचार करके लौटे प्रभाकर का कहना है, 'जनता के आदेश को हमने स्वीकार किया है. जब तक केजरीवाल के साथ हैं, उनके लिए प्रचार करते रहेंगे. नगर निगम चुनाव की तैयारी में हमलोग जुट गए हैं और 272 में से 260 सीटें लाकर दिखाएंगे. पंजाब और गोवा की हार का असर दिल्ली नगर निगम चुनाव में बिलकुल देखने को नहीं मिलेगा.'

पूरे मामले पर 'आज तक' ने AAP प्रवक्ता दिलीप पाण्डेय से कुछ सवाल-जवाब किए हैं.

सवाल: पंजाब और गोवा में हार के बाद ग्राउंड पर काम करने वाले निराश कार्यकर्ताओं में किस तरह उत्साह बढ़ा रहे हैं?
जवाब: जीत हो चाहे हार हो, समीक्षा और संवाद दोनों जरूरी है. आम आदमी पार्टी अपने कार्यकर्ताओं के साथ संवाद स्थापित करते रहती है. कार्यकर्ता अरविंद केजरीवाल की बात सुनकर बहुत प्रभावित होते हैं. चुनावी वक्त है इसलिए कार्यकर्ताओं से संवाद जरूरी है.

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सवाल: पंजाब और गोवा चुनाव का परिणाम देखने के बाद AAP कार्यकर्ता एमसीडी चुनाव से उम्मीद तो नहीं खो बैठे हैं?
जवाब: आम आदमी पार्टी को जब-जब ऐसी असफलता हाथ लगी है, तब-तब हमारी पार्टी तेजी से उठी है और बढ़िया परिणाम देश के सामने रखे हैं. समर्पित कार्यकर्ता इस बात को समझता है और कहीं ऐसा वातावरण नहीं है कि कार्यकर्ता घोर निराशा में डूबे हुए हैं. अगले चुनाव से पहले सभी कार्यकर्ता सेनापति के आदेश का इंतजार कर रहे हैं. 2015 में विधानसभा की तरह नगर निगम का चुनाव भी आम आदमी पार्टी जीतने जा रही है.

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