
जम्मू-कश्मीर के उरी में सेना के मुख्यालय पर हुए आतंकवादी हमले के बाद रूस ने पाकिस्तान को बड़ा झटका दिया है. भारत का समर्थन करते हुए उसने पाकिस्तान के साथ संयुक्त सैन्य अभ्यास को रद्द कर दिया है. रूस ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब भारत ने दावा किया है कि उरी में सेना के शिविर पर जो हमला हुआ है उसमें पाकिस्तान का हाथ है.
'आज तक' से रूसी राजदूत अलेक्जेंडर कदाकिन ने कहा कि पाकिस्तान के साथ अब सैन्य अभ्यास का सवाल नहीं है. यह सैन्य अभ्यास अगले महीने गिलगित और बालतिस्तान में होना था. रूस ने इसके साथ ही पाकिस्तान के साथ हथियारों का सौदा भी रद्द कर दिया. अब वह पाकिस्तान को नहीं बाकी बचे MI-35 हैलीकॉप्टर नहीं देगा. रूस ने साफ शब्दों में कहा है कि वह आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ है.
'फ्रेंडशिप 2016' दिया था अभ्यास का नाम
रूस ने इस अभ्यास को ‘फ्रेंडशिप 2016’ करार दिया गया था. ये सामरिक अभ्यास 24 सितंबर से 7 अक्टूबर के बीच उत्तरी पाकिस्तान स्थित आर्मी हाई ऐल्टिट्यूड स्कूल और चेरात इलाके में स्थित विशेष बल प्रशिक्षण केंद्र में किए जाने थे. रूस और पाकिस्तान का ये सैन्य अभ्यास दोनों देशों के बढ़ते सैन्य संबंधों के बीच होने जा रहा था.
पाकिस्तान रूस से अत्याधुनिक लड़ाकू विमान खरीदने पर भी विचार कर रहा है. उरी हमले की अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, कनाडा, अफगानिस्तान जैसे देशों ने कड़ी निंदा की है. यही नहीं, इन राष्ट्रों ने अपराधियों को सजा दिलाने की वकालत की भी है. जबकि पाकिस्तान के 'दोस्त' चीन ने कहा है कि वह इस हमले से स्तब्ध है. भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को इस समर्थन के बाद संयुक्त राष्ट्र में अगले हफ्ते अपनी बात रखने में सहूलियत होगी.
अक्टूबर में मोदी और पुतिन के बीच होनी है बैठक
बता दें कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच अक्टूबर में द्विपक्षीय शिखर बैठक होनी है. सोमवार को रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि हम उरी हमले की जोरदार शब्दों में निंदा करते हैं.
हमले में मारे गये भारतीय सैनिकों के प्रति शोक जताते हुए रूस ने आगे कहा, 'पठानकोट स्थिति भारतीय वायु सेना के ठिकाने पर हमले के बाद दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा पर आतंकी हमले बढ़ गए हैं. नई दिल्ली के मुताबिक उरी हमले को पाकिस्तान सीमा के भीतर से अंजाम दिया गया है. इस अपराध की सही तरीके से जांच होनी चाहिए और इसके साजिशकर्ताओं व हमलावरों को कड़ी सजा दिलाई जानी चाहिए. रूस भारत को आतंक के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से साथ है.