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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी मंडल के गाजीपुर में ईवीएम पर सियासत गरमा गई है. सपा और बसपा गठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी ईवीएम बदलने की कोशिश का आरोप लगाते हुए अपने समर्थकों के साथ जंगीपुर में बनाए गए स्ट्रॉन्गरूम के बाहर सोमवार रात को धरने पर बैठ गए. इस दौरान अफजाल की पुलिस के साथ तीखी नोक-झोंक भी हुई. यहां बीजेपी नेता और रेलमंत्री मनोज सिन्हा और महागठबंधन के उम्मीदवार अफजाल अंसारी में टक्कर बताई जा रही है.
खबरों के अनुसार हंगामा तब शुरू हुआ, जब पड़ोसी राज्य बिहार के सीमावर्ती इलाके में ईवीएम पकड़े जाने की खबर आई. खबर मिलते ही अफजाल समर्थकों के साथ जंगीपुर पहुंच गए. अफजाल ने आरोप लगाया कि कुछ लोग ईवीएम बदलने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हमें प्रशासन पर भरोसा नहीं है. हम खुद ही ईवीएम की निगरानी करेंगे. सूचना पाकर जंगीपुर विधायक डॉक्टर वीरेंद्र भी अपने समर्थकों के साथ मौके पर पहुंच गए. जखनियां विधायक त्रिवेणी राम ने भी अफजाल का समर्थन किया है.
मौके पर पहुंचे आला अधिकारी
अफजाल अंसारी के धरने पर बैठने की सूचना से प्रशासनिक अमले में हड़कंप मच गया. आला प्रशासनिक अधिकारी आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए. अफजाल एसडीएम सदर और सीओ से उलझ पड़े और तीखी बहस हुई. अधिकारियों ने अफजाल को समझा-बुझाकर धरना समाप्त कराने की कोशिशें शुरू कर दीं. खबर लिखे जाने तक अफजाल अंसारी अपने समर्थकों के साथ स्ट्रॉन्गरूम के बाहर जमे थे. बता दें कि गाजीपुर लोकसभा क्षेत्र पूर्वांचल की उन हाई प्रोफाइल सीटों में से एक है, जहां कांटे की टक्कर होने का अनुमान जताया जाता रहा है. गाजीपुर से मोदी सरकार में रेल एवं संचार राज्यमंत्री मनोज सिन्हा चुनाव मैदान में हैं.
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