
यूपी में चुनाव नजदीक आते आते तेजी से चुनावी समीकरण भी तेजी से बदलने लगे हैं. कौमी एकता दल के नेता और मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी शनिवार को समाजवादी पार्टी के दफ्तर पहुंचे और कहा कि पार्टी का अब समाजवादी पार्टी में विलय हो गया है और अब हम समाजवादी के रूप में काम कर रहे हैं.
अफ़ज़ाल अंसारी ने कहा कि अगर मुख्तार को सपा ने टिकट दिया तो मुख्तार भी लड़ेंगे सपा के टिकट पर चुनाव. अफजाल अंसारी ने दावा किया कि अब अखिलेश को भी कोई गुरेज नहीं है. गौरतलब है कि शिवपाल यादव द्वारा कौमी एकता दल का विलय कराने के विरोध में अखिलेश ने आवाज उठाई थी लेकिन बाद में मुलायम सिंह के हस्तक्षेप के बाद ये मामला सुलझ गया था.
शनिवार को क़ौमी एकता दल के विलय के औपचारिक ऐलान के बाद अफ़ज़ाल अंसारी लखनऊ के सपा मुख्यालय पंहुचे और मुलायम सिंह यादव और शिवपाल यादव से मुलाकात की. मुलाकात में ये तय हुआ कि अब नवंबर में मुलायम सिंह यादव क़ौमी एकता दल के गढ़ में बड़ी रैली करेंगे.
जानिए क्या कहा अफ़ज़ाल अंसारी ने:--
-अखिलेश यादव को अब नहीं है क़ौमी एकता दल से कोई गुरेज, आप उनसे पूछ लीजिये.
-आप जानते हैं 2 महीने पहले दोनों पार्टियों के विलय का फैसला हो चुका था लेकिन किसी वजह से खिंच गया.
-अब सब हो गया है हम समाजवादी की हैसियत से काम करेंगे.
-सपा अपना सिंबल देगी तो मुख्तार भी चुनाव लड़ेंगे.
-विलय का जो निर्णय हुआ है वो पहले ही हो चुका है.
-आज तय हुआ कि नवम्बर में गाजीपुर के मोहम्दाबाद में नेताजी की रैली होगी.
-किसी पुराने इतिहास को कुरेदने से कोई फायदा नहीं.
अखिलेश के विरोध के बावजूद अब कौमी एकता दल सपा का हिस्सा बन चुकी है. अखिलेश यादव के खिलाफत के बावजूद सपा ने साफ़ कर दिया है चुनाव तक संगठन में चलेगी तो शिवपाल और मुलायम की.