
एजेंडा आजतक के विशेष सत्र 'क्या राम मंदिर बनेगा 2019 का मुद्दा?' में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कई मुद्दों पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के महात्मा गांधी पर किए गए कमेंट को उठाते हुए कहा कि शाह गांधी को बनिया कहते हैं, हम जात कैसे खत्म कर दें.
ओवैसी ने राम मंदिर मुद्दे पर भी अपनी बात कही. उन्होंने कहा कि देखना है कि सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर फैसला आस्था के आधार पर होगा या मालिकाना हक और सबूत के आधार पर. उन्होंने कहा कि ट्रिपल तलाक के जजमेंट में यह नहीं लिखा है कि एक बार कहने से तलाक होगा कि तीन बार कहने से.
एक सवाल के जबाव में ओवैसी ने कहा कि अगर हिन्दुस्तान की बहुसंख्यक आबादी के सामने मेरे गर्दन पर वार करना चाहते हैं तो कर दीजिए. संविधान बहुसंख्यक के आधार पर नहीं चलता. नहीं तो भारत श्रीलंका हो जाएगा, म्यांमार हो जाएगा. इस मुल्क को सबसे बड़ा खतरा बहुसंख्यक को खुश करने से है.
ओवैसी के अलावा इस सत्र में बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी और कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने भी हिस्सा लिया. इस सत्र में राम मंदिर और अल्पसंख्यक-बहुसंख्यक की राजनीति को लेकर त्रिवेदी और ओवैसी के बीच तीखी बहस हुई.
ओवैसी ने कहा कि हिन्दुस्तान के सिविलाइजेशन में एक नहीं कई सभ्यता का यौगदान है. ओवैसी ने बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी से पूछा कि आजादी के योगदान में अपना कंट्रीब्यूशन बता दीजिए. उन्होंने सुधांशु त्रिवेदी से कहा कि मैं आपके रहमो करम पर हिन्दुस्तान में नहीं हूं. ओवैसी ने कहा कि कोर्ट के फैसले पर राम मंदिर बनाएं.
राम मंदिर पर बीजेपी नेता की प्रतिक्रिया पर ओवैसी ने कहा कि ऐसा लगता है कि हिन्दुस्तान के चीफ जस्टिस सुधांशु जी हैं. ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी समझती है कि मैं उमराव जान हूं. मैं हिन्दुस्तान के संविधान की बात कर रहा हूं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस सेक्युलरिज्म की दुकान चला रही है और बीजेपी देशभक्ति की. ओवैसी ने कहा कि वे वन्दे मातरम के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन इससे आप किसी का टेस्ट मत करिए. ओवैसी ने सवाल पूछा कि क्या मुसलमान पटेल से फॉरवर्ड हैं. ओवैसी ने कहा कि जिस पर क्रिमिनल केस है उसे सरकार ने पद्म विभूषण दे दिया. आडवाणी को कैसे पद्म विभूषण दे दिया गया.