
एजेंडा आज तक में पहुंचे उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने नोटबंदी पर कहा कि कालेधन और आतंकवाद के खिलाफ केंद्र के हर कदम का स्वागत है. लेकिन समय के साथ अहसास होने लगा कि यह कदम बिना तैयारी के उठाया गया है. नोटबंदी से किसान, मजदूर सबसे ज्यादा त्रस्त है.
प्रधानमंत्री मोदी के कदम पर हरीश रावत ने कहा कि आज ऐसा फतवा जारी कर दिया जाता है कि आप विरोध करेंगे तो आप राष्ट्रद्रोही हैं या काला धन रखने वाले हैं. हर व्यक्ति इस नोटबंदी से परेशान है. फतवा बीजेपी के लोग, पीएम मोदी जारी कर रहे हैं. फतवा तो 10, जनपथ यानी कांग्रेस मुख्यालय से भी जारी होता है के सवाल पर रावत ने कहा कि कांग्रेस के पास हर राज्य के अंदर विकल्प ज्यादा हैं, इसलिए फैसला आसान नहीं है कि किसे कमान सौंपी जाए. मोदी इसी तरह फतवे जारी करते रहेंगे तो राहुल आगे आएंगे.
राहुल गांधी की काबिलियत पर पार्टी को लीड करने के सवाल पर...
राहुल जी ने बहुत कोशिश की है. भारत को समझने का प्रयास किया है. उनकी उम्र ऐसी है कि वो ज्यादा दिनों तक पार्टी को लीड कर सकते हैं. राहुल के सामने चुनौतियां काफी बड़ी हैं. बिहार की चुनौती बड़ी थी. गांधी नेहरू परिवार ने भी देश के प्यार को अर्जित किया है. कुर्बानियां दी हैं. देश में किसी परिवार की पीढ़ी ने इतना योगदान नहीं दिया. राहुल गांधी ने युवा पीढ़ी को लीड किया है. 2019 में उनकी काबिलियत सबके सामने आएगी. विपरीत परिस्थितियों में चुनौतियों को स्वीकार करने की सबसे बड़ी काबिलियत है. 10 जनपथ तो हमारी प्रेरणा है.
हरीश रावत ने कहा कि आज राज्य पैसे के लिए तरस रहे हैं. पहले योजना आयोग का प्लेटफॉर्म था. नीति आयोग का रोल क्या है, समझ नहीं आ रहा है. नोटबंदी के मसले पर ममता बनर्जी दिल्ली तक आ गईं. आप दिल्ली क्यों नहीं आए के सवाल पर रावत ने कहा कि महिलाएं शक्ति का प्रतीक रही हैं. मैं परिस्थितियों से घबराकर कोई काम नहीं करता, यह सही नहीं है.
उत्तराखंड में दल-बदल और रुपये के लेन-देन की घटना पर...
सरकार मेरी खतरे में पड़ी और मुझे ही आरोपी बनाया गया. जब 10 लोगों ने दल-बदल किया तो उनके खिलाफ मेरे अनुरोध पर दल-बदल कानून के तहत प्रक्रिया शुरू हुई. कोई अपने पैर पर क्यों कुल्हाड़ी मारेगा.
पीएम मोदी से अपने निजी रिश्ते पर...
वो अपनी मेहनत के बूते पीएम बने हैं. मुझे गर्व है. मैं सार्वजनिक तौर पर बधाई देता हूं. लोकतंत्र के भीतर सबको साथ लेकर चलना चाहिए. यह बात अभी हकीकत में दिखाई नहीं देती. जो अच्छा करते हैं, हम उसके प्रशंसक हैं. हम अनावश्यक प्रधानमंत्री की आलोचना नहीं करना चाहते. गैर बीजेपी शासित राज्यों के दर्द को आज समझा नहीं जा रहा है. अभी ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री हमें पराया मानते हैं. हमारी इच्छा है कि वो हमें अपना मानें.