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एजेंडा आजतक के मंच से राम मंदिर पर मंथन, कोहली को लेकर गांगुली का बड़ा बयान

हिंदी जगत के महामंच 'एजेंडा आजतक' के छठे संस्करण का समापन हो गया है. कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली शामिल हुए.

एजेंडा आजतक 2017: विचारों के आदान-प्रदान का महामंच एजेंडा आजतक 2017: विचारों के आदान-प्रदान का महामंच
राहुल मिश्र/अंकुर कुमार
  • नई दिल्ली,
  • 02 दिसंबर 2017,
  • अपडेटेड 10:52 PM IST

हिंदी जगत के महामंच 'एजेंडा आजतक' के छठे संस्करण का समापन हो गया है. कार्यक्रम के दूसरे दिन शनिवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, गुजरात के सीएम विजय रूपाणी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और वित्त मंत्री अरुण जेटली शामिल हुए. इसके अलावा रवीना टंडन और अनुराधा पौडवाल भी कार्यक्रम में पहुंचीं. आर्मी चीफ बिपिन रावत भी एजेंडा आजतक के मंच पर पहुंचे और अपनी बातें रखीं. इसके अलावा क्रिकेट जगत से सौरव गांगुली और हरभजन सिंह ने शिरकत की. 

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'एजेंडा आजतक' कार्यक्रम के दोनों दिन सियासी दिग्गजों समेत खेल जगत और फिल्म की दुनिया से जानीमानी शख्सियतों ने शिरकत कीं. इन हस्तियों ने देश की राजनीति की दिशा-दशा को लेकर अपनी बातें रखीं, और आजतक की इस मुहिम की सराहना की.

एजेंडा आजतक का पहला दिन: योगी ने बताया जीत का मंत्र, मानुषी भी छाईं  

 एजेंडा आजतक के पहले दिन मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर, बॉलीवुड स्टार विद्या बालन और राजनीति से यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत कई दिग्गज शामिल हुए. 'आजतक' की इस मुहिम का मक़सद है उस एजेंडे को लोगों के सामने लेकर आना जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के विचारकों और चिंतकों की सोच है.

बारहवां सत्र: सचिन का विराट अवतार

एजेंडा आजतक 2017 के खास सत्र सचिन का विराट अवतार में पूर्व क्रिकेटर्स में वीवीएस लक्ष्मण, हरभजन सिंह, सौरव गांगुली और आकाश चोपड़ा ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन विक्रांत गुप्ता ने किया. इस सत्र में सचिन तेंदुलकर और विराट कोहली के क्रिकेट सफर पर अहम चर्चा की गई.

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सत्र में चर्चा के दौरान वीवीएस लक्ष्मण ने कहा कि सचिन बोल चुके हैं. उनका रिकॉर्ड विराट कोहली तोड़ सकते हैं. सचिन ने रोहित शर्मा का भी नाम लिया था. विराट जनरेशन के रोल मॉडल हैं. इस पीढ़ी के लिए प्रेरणा हैं. वहीं सचिन औऱ विराट पर हरभजन सिंह ने कहा कि जो किसी ने नहीं किया, विराट कोहली कर रहे हैं. मैदान के अंदर और बाहर उनका अनुशासन अव्वल दर्जे का है. सौरव गांगुली की कप्तानी की विरासत को विराट आगे बढ़ा रहे हैं. उनमें रनों की भूख शुरू से दिखी थी.

सचिन और विराट कोहली पर पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने कहा कि रिकॉर्ड की बात करें, तो विराट वनडे में सेंचुरी के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं. टेस्ट में हालांकि समय लगेगा. विराट उदाहरण पेश कर रहे हैं. टेस्ट में रन बनाने से लगता है कि अब सभी सोचेंगे कि टेस्ट क्रिकेट खेलना चाहिए.

सचिन और विराट पर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि दोनों खिलाड़ी अलग युग से आते हैं लिहाजा अलग युग की तुलना नहीं करनी चाहिए. वहीं तकनीक की बात करें, तो हेलमेट ने क्रिकेट को बदला. वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाजों को खेलना मुश्किल था. विराट ऐसे समय आए, जब भारतीय टीम स्थापित टीम बन चुकी थी. अलग-अलग जनरेशन में अलग-अलग रोल मॉडल आए. सचिन ने भारत में कप्तानी करते हुए भारत को जीत दिलाई, लेकिन विदेशों में ज्यादा दबाव में रहे. हालांकि विराट और सचिन दोनों की कप्तानी की चर्चा नहीं होनी चाहिए. क्रिकेट अब बहुत बदल चुका है.

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ग्यारहवां सत्र: ताकत वतन की तुमसे है

एजेंडा आजतक के अहम सत्र ताकत वतन की तुमसे है में देश के सेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन श्वेता सिंह ने किया. इस सत्र के दौरान बिपिन रावत ने कहा कि लाइन ऑफ कंट्रोल पर हमारे पर एंटी-ट्रेसपासिंग यंत्र हैं लेकिन सीमा के उस पार से पाकिस्तान सेना की फायरिंग के बीच आंतकी सरहद को पार करने में सफल हो जाते हैं.

हाफिज सईद को टार्गेट करने के सवाल पर जनरल रावत ने कहा कि सेना की कोशिश है कि आतंकी कमांडर को निशाना बनाया जाए. जनरल रावत के मुताबिक किसी आतंकवादी को टार्गेट करने में दिक्कत यह होती है कि उनका आप सफाया करते जाएं और नए आतंकी पैदा होते रहेंगे क्योंकी सीमापर आंतक की पूरी फैक्ट्री चल रही है. लिहाजा, भारतीय सेना अब कमांडर को टार्गेट कर रही है और इस दिशा में अहम सफलताएं मिली है. हालांकि जनरल रावत ने कहा कि जो भटके हुए भारतीय नौजवान आतंकियों के बहकावे में आ गए हैं और अब सुधरना चाहते हैं तो उसके लिए पूरी प्रक्रिया बनी हुई है.

दसवां सत्र: बीजेपी का मिशन 2019

राहुल GST के खिलाफ तो क्यों कांग्रेस सरकारें पक्ष में: शाह

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एजेंडा आजतक 2017 के खास सत्र बीजेपी का मिशन 2019 में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन राहुल कंवल ने किया. इस सत्र की शुरुआत करते हुए अमित शाह ने कहा कि आज गुजरात चुनावों को देखते हुए कांग्रेस के भावी अध्यक्ष राहुल गांधी जीएसटी का विरोध कर रहे हैं.

लिहाजा अमित शाह ने एजेंडा आजतक के मंच से राहुल गांधी से सवाल किया कि आखिर क्यों कांग्रेस पार्टी की 6 राज्य सरकारों ने जीएसटी पर रजामंदी दी? शाह ने कहा कि यदि इन राज्यों ने जीएसटी लागू करने में सहमति दी तो आज क्यों राहुल गांधी इसका विरोध कर रहे हैं.

अमित शाह ने कहा कि चुनाव से पहले हमेशा राहुल गांधी का नया चेहरा देखने को मिलता है. यूपी के निकाय चुनावों से पहले भी राहुल गांधी का नया चेहरा दिखाई दिया था. वहीं राहुल गांधी अपने चुनाव क्षेत्र में भी निकाय चुनावों में सीट नहीं बचा पाए और वह बीजेपी की झोली में चली गई.

नौवां सत्र: अच्छे दिन आ गए हैं

वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के 10 साल पहले देश में सबसे भ्रष्ट सरकार काबिज हुई थी जिसने देश की अर्थव्यवस्था को चौपट कर दिया था. उस सरकार के दौर में देश को फ्रेडाइल फाइव कहा जाता था और पॉलिसी पैरालिसिस का आरोप लगता था. मनमोहन सिंह सरकार में घोटाले चरम पर थे. स्पेक्ट्रम और कोल स्कैम से देश की साख खत्म हो चुकी थी. वहीं आजादी के बाद से कांग्रेस के कार्यकाल में देश में आर्थिक गति कभी तेज नहीं थी.

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जेटली ने कहा कि बीजेपी की नीतियों के कारण गुजरात और मध्यप्रदेश में एग्रीकल्चरल ग्रोथ डबल डिजिट पर गई. इसमें गुजरात जो हमेशा से पानी के संकट से जूझ रहा था लेकिन नर्मदा डैम तैयार हो जाने के बाद एग्रीकल्चर के क्षेत्र में तेज रफ्तार देखने को मिल रही है. इस सत्र के दौरान चर्चा में जेटली ने कहा कि मोदी सरकार की नीतियों पर चलते हुए देश बहुत जल्द ईज ऑफ डूईंग बिजनेस सूची में टॉप 50 देशों में शामिल हो जाएगी.

आठवां सत्र: क्या  राम मंदिर बनेगा 2019 का मुद्दा?

एजेंडा आजतक के विशेष सत्र 'क्या राम मंदिर बनेगा 2019 का मुद्दा?' में एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी, कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी और बीजेपी नेता सुधांशु त्रिवेदी ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन अंजना ओम कश्यप ने किया.

अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस रेनबो पार्टी है, सबको साथ लेकर चलती है. मुझे भगवा रंग पसंद है और मैं अक्सर पहनता हूं. इसका मतलब यह नहीं कि मैं बीजेपी का हो गया. वहीं पटेल आरक्षण के मुद्दे पर सिंघवी ने कहा कि कांग्रेस ने हार्दिक पटेल के सामने बस प्रस्ताव रखा कि सरकार में आने के बाद कांग्रेस किस तरह से पटेलों के लिए आरक्षण का प्रावधान कर सकती है.

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लेकिन सिंघवी ने कहा कि संविधान किसी धर्म को आधार मान कर आरक्षण देने की इजाजत नहीं देता लेकिन यदि किसी धर्म के किसी वर्ग को आर्थिक आधार पर कामजोर पाया जाता है तो उसके लिए विशेष आरक्षण का प्रावधान किया जा सकता है.

वहीं असदुद्दीन ओवैसी ने कहा उनकी हालत ठीक उस गाने की तरह है जिसमें कहा गया है कि रजिया गुंडों में फंस गई. ओवैसी के मुताबिक पहले कांग्रेस ने मुसलमानों के लिए कुछ नहीं किया सिर्फ वोटबैंक बनाकर रखा अब बीजेपी उन्हें किनारे कर अपना वोटबैंक मजबूत कर रही है.

राहुल गांधी का गुजरात में मंदिर का दौरा करने पर सिंघवी ने कहा कि आखिर क्यों एक कागज को आधार बनाकर यह मुद्दा उठाया गया? हालांकि सुधांशु ने कहा कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं कि राहुल गांधी का जनेऊ कब और किसने कराया.

इस सत्र के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि देश में राम मंदिर बनाने की पूरी तैयारी की जा चुकी है. असदुद्दीन के मुताबिक कोर्ट में यह साबित किया जा चुका है कि विवादित स्थल पर मंदिर था लिहाजा अब इंजतार बस डे टू डे ट्रायल के बाद अंतिम फैसले का इंतजार है जहां मंदिर के निर्माण को हरी झंडी मिल जाएगी.

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सातवां सत्र: देश का सिनेमा कैसा हो?

एजेंडा आजतक 2017 के विशेष सत्र देश का सिनेमा कैसा हो? में अभिनेत्री रवीना टंडन ने शिरकत की. रवीना टंडन ने कहा कि पद्मावति पर विवाद चुनाव के लिए है. इलेक्शन खत्म होने दीजिए सब ठीक हो जाएगा. यही नहीं उनके अनुसार फिल्म इं‍डस्ट्री एक है और सबसे सेक्युलर है. जब कोई आपदा या विपदा आती है तो फिल्म इंडस्ट्री एकसाथ आती है सामने. रवीना ने कहा कि पद्मावती में जौहर को गलत ही बताया गया है. रवीना ने लखनऊ से खास रिश्ते का भी जिक्र किया. 

छठवां सत्र: लेफ्ट बनाम राइट

एजेंडा आजतक 2017 के विशेष सत्र लेफ्ट बनाम राइट में लेफ्ट नेता वृंदा करात ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन वृंदा करात ने किया. वृंदा ने कहा कि लेफ्ट पार्टी कॉरपोरेट चंन्दे पर नहीं चलती लेकिन मौजूदा समय में लेफ्ट को छोड़कर सभी पार्टियां कॉरपोरेट चंदे पर चल रही है. वृंदा ने कहा कि यूपी के निकाय चुनावों से साफ है कि महज एक तिहाई वोट शेयर के साथ कैसे कोई सत्तारूढ़ पार्टी अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाने का काम करती है.

वृंदा ने कहा कि जनता की क्रय शक्ति बढ़ाने की जरूरत है. वृंदा ने कहा कि देश एक बड़ा बाजार है और आज पूरी दुनिया भारत में निवेश कर रही है. इस मौके का फायदा केन्द्र सरकार को उठाना चाहिए और सरकारी निवेश को बढ़ाते हुए आम आदमी की क्रय शक्ति में इजाफा करने की कोशिश करनी चाहिए.

वृंदा ने कहा कि मौजूदा समय में केन्द्र सरकार कॉरपोरेट का 2 लाख करोड़ रुपये तक का कर्ज माफ करने में एक बार नहीं सोचती वहीं किसानों का मामुली कर्ज माफ करने में उसे दिक्कत होती है. वृंदा करात ने कहा कि मौजूदा समय में पश्चिम बंगाल अब केन्द्र और राज्य संबंधों में एक फुटबाल जैसी स्थिति में पहुंच गया है.

पांचवा सत्र: लेफ्ट बनाम राइट

एजेंडा आजतक के विशेष सत्र लेफ्ट बनाम राइट में बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन पुण्य प्रसून वाजपेयी ने किया. सत्र की शुरुआत करते हुए राम माधव ने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में वापस लाने का संकल्प सिर्फ आरएसएस का नहीं है. माधव ने कहा कि संसद ने भी इस मुद्दे पर यही संकल्प लिया है. राम माधव ने कहा कि कश्मीर ने महबूबा मुफ्ती के साथ सरकार बनाने की कवायद एक अच्छा प्रयास है.

केरल में लेफ्ट बनाम राइट की परिस्थित पर राम माधव ने कहा कि केरल में हालात चिंताजनक है. केरल में राजनीतिक विरोधियों पर हमला किया जाता है. केरल में राजनीति में हिंसा का इस्तेमाल किया जाता है, माधव ने कहा कि केरल में मौजूदा समय में लेफ्ट की सरकार है और उसे कोशिश करना चाहिए कि राजनीति में हिंसा का सहारा न लिया जाए.

चौथा सत्र: बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है

एजेंडा आजतक 2017 के खास सत्र बिहार में बहार है, नीतीशे कुमार है में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन अंजना ओम कश्यप और सुजीत कुमार झा ने किया. इस सत्र की शुरुआत करते हुए नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के साथ रिश्ता तोड़ते हुए बीजेपी के साथ आने के फैसले पर अपना तर्क रखा.

नीतीश कुमार ने कहा कि आरजेडी के साथ गठबंधन की स्थिति ऐसे मोड़ पर पहुंच गई थी कि उनके पास गठबंधन तोड़ने के अलावा कोई और विकल्प नहीं था. नीतीश कुमार ने कहा कि उनके डीएनए में हमेशा एनडीए रहा है.

नीतीश कुमार ने कहा कि एनडीए में वापस आना न सिर्फ उनके लिए नैचुरल था बल्कि राज्य की जनता को भी यह एहसास नहीं है कि कोई अहम बदलाव हुआ है.

तीसरा सत्र: अच्छे दिन आ गए!

एजेंडा आजतक 2017 के तीसरे अहम सेशन अच्छे दिन आ गए में केन्द्रीय कानून एवं सूचना तकनीक मंत्री रविशंकर प्रसाद मे शिरकत की. इस सत्र का संचालन पुण्य प्रसून वाजपेयी ने किया. इस सत्र को क्या अच्छे दिन आ चुके हैं के सवाल पर रखा गया.

लिहाजा, सवाल की शुरुआत करते हुए पुण्य ने पूछा कि अच्छे दिन आए कि नहीं लेकिन कैसे बीजेपी चुनाव दर चुनाव जीतते जा रहे हैं. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मीडिया का अच्छे दिनों पर शक है लेकिन देश की जनता में इस बात को लेकर कोई दो राय नहीं है. रविशंकर के मुताबिक यही कारण है जो बीजेपी एक एक कर हर चुनाव जीत रही है.

अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में रहे यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और शत्रुघन सिन्हा द्वारा मोदी सरकार की आलोचना पर उठे सवाल के जवाब में रविशंकर ने कहा कि ज्यादातर आलोचनाएं निजी कारणों से और प्रायोजित होती हैं.

वहीं देश में जजों की नियुक्ति के मुद्दे पर बोलते हुए रविशंकर ने कहा कि जब देश का प्रधानमंत्री राष्ट्रपति को चुनता है, वह सेना अध्यक्षों को नियुक्त करता है, वह देश की सुरक्षा के लिए न्यूक्लियर बटन पर अपना हाथ रखता है तो क्या वह प्रधानमंत्री देश में एक निष्पक्ष जज को नहीं चुना है. लिहाजा, न्यायपालिका की नियुक्ति में प्रधानमंत्री की भूमिका की वकालत करते हुए रविशंकर ने कहा कि इससे संविधान में दिए शक्ति प्रथिकरण पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

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दूसरा सत्र: फिर एक बार बीजेपी सरकार? (अहमदाबाद से लाइव)

एजेंडा आजतक 2017 के इस खास सत्र 'फिर एक बार बीजेपी सरकार?' में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन रोहित सरदाना ने किया. इस सत्र में विजय रूपाणी ने यूपी के निकाय चुनावों में कांग्रेस की हार को उनके द्वारा नोटबंदी और जीएसटी का विरोध बताया. रूपाणी ने कहा कि नोटबंदी अब राहुल गांधी के लिए वोटबंदी बन चुकी है.

रूपाणी ने कहा कि जीएसटी जैसे नए सिस्टम को दुरुस्त होने में कुछ महीनों का समय लगता है. वहीं केन्द्र सरकार पहले ही कह चुकी थी कि जीएसटी लागू होने के 3 महीने बाद इसमें जरूरी सुधार किए जाएंगे. रूपाणी ने कहा कि जीएसटी काउंसिल में सभी चाहते थे कि जीएसटी को तुरंत लागू किया जाए. किसी राज्य या राजनीतिक दल ने इसे जुलाई में लागू करने का विरोध नहीं किया था.

रूपाणी ने कहा कि कांग्रेस गुजरात में बेहद कमजोर है. वहीं रूपाणी ने कहा कि राज्य में कांग्रेस तीन लोगों के सहारे खड़ी है जिनकी अपनी खुद की कोई जमीन नहीं है. रूपाणी ने कहा कि राहुल गांधी से गुजरात कांग्रेस को कोई चुनौती नहीं है लेकिन पार्टी की तरफ से प्रचार महज चुनाव को सीरिएसली लेने के लिए किया जा रहे. वहीं कांग्रेस पर हमला बोलते हुए रूपाणी ने कहा कि कांग्रेस ने हार्दिय पटेल, अल्पेश ठाकोर और जिग्नेश मेवाड़ी को बतौर एजेंट बनाकर कांग्रेस राज्य में अपना अस्तित्व बनाने की कोशिश में है. लेकिन कांग्रेस के लिए बुरी खबर यही है कि इन तीनों एजेंटों का गुजरात में अपना कोई राजनीतिक जमीन नहीं है. 

आनंदी बहन ने खुद इस्तीफा दिया क्योंकि पार्टी का नियम है कि 75 वर्ष की आयु के बाद कोई राजनीतिक पद नहीं ले सकता है. वहीं राहुल गांधी के प्रचार और सवालों पर जवाब देते हुए रूपाणी ने कहा कि राहुल गांधी को देश सीरियसली नहीं लेता है.

पहला सत्र: सुरीली बात!

एजेंडा आजतक 2017 के दूसरे दिन के पहले सत्र में सिंगर अनुराधा पौडवाल ने शिरकत की. इस सत्र का संचालन सुशांत ने किया. इस सत्र के दौरान अनुराधा पौडवाल ने 1980 और 1990 के दशक के दौरान फिल्मों के लिए गाए गीतों पर चर्चा की. चर्चा के दौरान अनुराधा ने अपने सुपर हिट गीतों से महफिल में समां बांधा.

अनुराधा पौडवाल ने कहा कि रोमांटिक गीत प्यार का इजहार करने के लिए होते हैं. इसी के चलते रोमांटिक गीत युवाओं के दिलों के नजदीक पहुंच जाते हैं. अनुराधा के मुताबिक इसी कारण मौजूदा समय में रीमिक्स भी काफी पॉप्युलर हो जाते हैं.

इस सत्र के दौरान अनुराधा ने बताया कि कैसे शादी के तुरंत बाद अमिताभ बच्चन की फिल्म अभिमान के लिए उन्हें गाने का पहला मौका मिला. अनुराधा ने कहा कि सोशल मीडिया के दौर में दुनिया बेहद नजदीक आ चुकी है और म्यूजिक की अपनी रफ्तार तेज होती है लिहाजा वह आसानी से पूरी दुनिया पर छा जाते हैं. यह बात अनुराधा ने यह बताने के लिए की कि कैसे उनका गाया हुआ गायत्री मंत्र आज जर्मनी के एक रेलवे स्टेशन पर बजता है और उनके गाए गायत्री मंत्र को लोग धर्म से ऊपर उठकर गाते-गुनगुनाते हैं.

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