
एजेंडा आजतक 2019 के दूसरे दिन एक विशेष सत्र में केन्द्रीय वाणिज्य, उद्योग और रेल मंत्री पीयूष गोयल और केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शिरकत की. पीयूष गोयल और प्रकाश जावड़ेकर ने सत्र में तमाम मुद्दों पर खुलकर बात की. इस सत्र में देश की अर्थव्यवस्था, आर्थिक सुस्ती, नागरिकता कानून, प्रदूषण, दिल्ली चुनावों और महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई.
चर्चा के दौरान महाराष्ट्र की राजनीति से जुड़े एक सवाल पर केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि आगे गए या पीछे गए यह समय तय करेगा. लेकिन विश्वसनीयत खत्म होती है तब हमें यह दृश्य दिखता है. मोदी के पोस्टर चिपकाकर वोट मांगे और बाद में वहां जाकर खड़े हो गए जिसके खिलाफ चुनाव लड़ा था. यह तो गठबंधन नहीं है न. यह तो धर्म नहीं है. महाराष्ट्र में जो हुआ वह राजनीति का निचला स्तर है. ऊंचा स्तर बीजेपी देगी.
पीयूष गोयल बोले- सभी सीटों पर लड़ते तो 200 से ज्यादा सीटें हमारी होतीं
पीयूष गोयल ने कहा कि यह तो पोस्ट-पोल अलायंस था, प्री-पोल अलायंस हमारा था. अगर देखें तो हमने जितने सीटों पर चुनाव लड़ा उसमें से करीब 70 फीसदी सीटों पर जीत हासिल की. शिवसेना भी जितनी लड़ी उसमें 40-50 फीसदी जीती. एनसीपी और कांग्रेस तो और कम जीती. इसका मतलब है कि महाराष्ट्र की जनता ने साफ तौर पर मोदी जी को वोट किया, बीजेपी को वोट किया, फडणवीस को वोट किया.
गोयल ने आगे कहा कि अगर हम शायद सब सीटों पर लड़ते तो 200 से ज्यादा सीटें हमारी होतीं लेकिन हमने युति धर्म सर्वोपरि रखा. हमने शिवसेना के साथ विश्वासघात नहीं किया. कॉमन वोटर बेस बहुत था. लेकिन सत्ता के लालच में जो अलायंस बना उससे हमारी सरकार नहीं बनी. जनता ने देखा है कि कैसे तीनों पार्टियों ने मिलकर सरकार बनाई है. मुझे लगता है कि तीनों पार्टियों को आने वाले समय में पूरे देश में इसका नुकसान भरना पड़ेगा.
अजीत पवार के साथ सरकार पर दिया ये जवाब
चर्चा के दौरान अजीत पवार के साथ मिलकर सरकार बनाने को लेकर पूछे गए एक सवाल पर प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि जब राज्यपाल संतुष्ट होते हैं तभी शपथ दिलाते हैं. ऐसा कभी होता है कि प्यार किसी और से करें और किसी दूसरे के साथ चले जाएं. यह अनैतिक गठबंधन है. महाराष्ट्र ने इसे देखा, अब महाराष्ट्र बीजेपी का उद्भव देखेगा. पीयूष गोयल ने कहा कि हमें लगता था कि अजीत पवार एनसीपी की आवाज हैं. शिवसेना से बात नहीं बनी. शिवसेना ने दामन छोड़ दिया. हमने स्वागत किया. उसके बाद वो वापस चले गए तो जनता देख रही है. जनता उनको जवाब देगी.