
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को जापान के पीएम शिंजो आबे के साथ देश के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट की नींव रख दी है. यह प्रोजेक्ट जापान की मदद से पूरा किया जाएगा. सरकार की ओर से कहा गया है कि ये प्रोजेक्ट 2022 तक पूरा कर लिया जाएगा. जानें इस प्रोजेक्ट की सभी खासियतें..
- 2015 में हुआ था करार
- 1.10 लाख करोड़ रुपए का है प्रोजेक्ट
- लगभग 81 फीसदी तक जापान करेगा खर्च
- 320 किमी. से 350 किमी. प्रति घंटा की होगी रफ्तार
- 508 किमी. साबरमती से बांद्रा तक
- 471 किमी. तक का हिस्सा ज़मीन पर
- कहा जा रहा है कि ठाणे के पास से बुलेट ट्रेन समुद्र के नीचे से गुजरेगी.
- वहीं मुंबई के पास अंडरग्राउंड रहेगी.
- साबरमती(गुजरात)
- अहमदाबाद
- वडोदरा
- भरूच
- सूरत
- बिलिमोरा
- वापी
- विरार
- ठाणे
- बांद्रा(मुंबई)
आपको बता दें कि दोनों देशों के बीच बुलेट ट्रेन को लेकर 2015 में मेमोरेंडम साइन किया गया था. इसके तहत जापान में टोक्यो से कोब से बीच चलने वाली बुलेट ट्रेन की तर्ज पर मुंबई से अहमदाबाद के बीच ट्रेन चलाने का प्रस्ताव मंजूर किया गया था. नवंबर, 2016 में पीएम मोदी ने अपने जापान दौरे के दौरान इस बुलेट ट्रेन में सफर किया था. उसी ट्रेन की टेक्नोलॉजी को भारत में इस्तेमाल किया जाएगा.