
ओडिशा के कंधमाल में एक छोटे से इलाके से राजधानी के एम्स पहुंचे 2 साल के जुड़वा जग्गा और बलिया के सिर आपस में जुड़े हैं. सिर से जुड़े होने के कारण बच्चों के ब्रेन का कुछ हिस्सा भी आपस में जुड़ा हुआ हैं. AIIMS में न्यूरो और एनेस्थेटिक डिपार्टमेंट से डॉक्टर्स की टीम इस केस को ऑपरेट करने से पहले बच्चों के अलग-अलग टेस्ट करके केस की बारीकी से जांच कर रही है. लेकिन AIIMS न्यूरो डिपार्टमेंट के हेड डॉक्टर ए के महापात्रा की माने तो इस तरह के मामले बहुत ही जटिल होते हैं और सफलता की उम्मीद भी काफी कम होती है.
एम्स में पहली बार आये इस तरह के केस के लिए हर ज़रूरी डिपार्टमेंट ज़रूरी टेस्ट कर रहा है. डॉक्टरों ने बताया कि बच्चों को अभी इन्फेक्शन हैं और इसीलिए उन पर कुछ टेस्ट अभी नहीं किये जा सकते हैं. लिहाजा 4 से 5 दिन बाद ही आगे के ज़रूरी टेस्ट किये जायेंगें. फिलहाल बच्चे एक्टिव हैं लेकिन मोमेंट काफी स्लो है. एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट AIIMS से डॉक्टर गिरिजा विश्वरथ ने बताया कि आने वाले दिनों में बच्चो के MRI और एंजियोग्राफी की जाएगी और उसके बाद ही सर्जरी का फैसला लिया जाएगा.
पूरे देश मे इस तरह के 2 या 3 केस ही देखने को मिले हैं जिसमें एक या कभी-कभी दोनों बच्चो की मौत हो गई है. इसीलिए डॉक्टरों के लिए ये सर्जरी बहुत ही जोखिम भरी साबित होगी. बच्चों को सर्जरी के टाइम पर सेडिशन और एनेस्थीसिया देने पहले डॉक्टर पूरी मॉक ड्रिल करके ही फाइनल सर्जरी का फैसला लेंगे.
न्यूरो डॉक्टर दीपक गुप्ता के मुताबिक बच्चे जुड़े हुए हैं तो पूरा सेटअप डबल करना होगा और एक साथ 2 बच्चों की लिए सर्जरी का सेटअप तैयार करना ही चुनौती भरा है. अगर AIIMS जग्गा और बलिया की सर्जरी का फैसला लेता है तो सर्जरी 4 से 5 स्टेज में होगी. लेकिन फिलहाल सर्जरी से पहले बच्चों के हर तरह के टेस्ट और उसकी रिपोर्ट के बाद ही माता-पिता की अनुमति से ही बच्चों को अलग करने की सर्जरी का फैसला लिया जाएगा.