
AIMIM सांसद इम्तियाज जलील ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अयोध्या दौरे पर सवाल उठाया है. सांसद ने कहा कि देश में कोरोना की वजह से सभी धार्मिक स्थल बंद हैं, लेकिन पीएमओ कह रहा है कि जब प्रधानमंत्री आयोध्या जाएंगे तो वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे. वहीं, हम पास के मस्जिद में सोशल डिस्टेंसिंग के साथ नमाज पढ़ेंगे तो वो गैरकानूनी है.
सांसद इम्तियाज जलील ने कहा कि कानून सभी के लिए समान होना चाहिए. हम मंदिर का विरोध नहीं कर रहे हैं. यह सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक हो रहा है. हालांकि सरकार त्योहार पर प्रतिबंध लगा रही है, क्या ये केवल आम लोगों के लिए है, प्रधानमंत्री के लिए नहीं?
सांसद ने कहा कि पीएमओ का कहना है कि हम शिलान्यास के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे. हम भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करेंगे ताकि नमाज अदा कर सकें.
बता दें कि राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 5 अगस्त को भूमि पूजन के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा है. पीएम मोदी के अलावा बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी सहित राम मंदिर आंदोलन से जुड़े रहे तमाम नेता भूमि पूजन कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं.
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का डिजाइन फाइनल, तीन मंजिला मंदिर में विराजेंगे रामलला
इधर, मुहूर्त के वक्त पर शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती महाराज ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने भूमिपूजन के तय वक्त को अशुभ घड़ी बताया है. शंकराचार्य ने मांग की है कि मंदिर निर्माण के लिए जनता की राय ली जाए.
गौरतलब है कि अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बनेगा ये सुप्रीम कोर्ट ने तय कर दिया है. मंदिर निर्माण के लिए भूमिपूजन की तारीख भी तय कर दी गई है.