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देश के दूरदराज इलाकों में कैश पहुंचा रही है एयर इंडिया

एयर इंडिया ने 10 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच 17 उड़ानों के जरिए करीब 16,274 किलोग्राम वजनी करेंसी इन पांच इलाकों में पहुंचाने का काम किया है.

एयर इंडिया एयर इंडिया
मनोज्ञा लोइवाल/खुशदीप सहगल
  • कोलकाता,
  • 27 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 6:17 PM IST

नोटबंदी के दौर में देश के दूरदराज के इलाकों में कैश पहुंचाने में एयर इंडिया भी अहम भूमिका निभा रही है. अगरतला, आइजोल, इंफाल, बागडोगरा और पोर्ट ब्लेयर के सुदूर इलाके में एयर इंडिया के विमान कैश पहुंचाने का काम कर रहे हैं.

एयर इंडिया ने 10 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच 17 उड़ानों के जरिए करीब 16274 किलोग्राम वजन की करेंसी इन पांच इलाकों में पहुंचाने का काम किया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने पूर्वोत्तर और अंडमान-निकोबर द्वीप समूह में कैश पहुंचाने के लिए एयर इंडिया से सहयोग मांगा था.

हाल ही में कोलकाता और अंडमान के बीच जल यातायात एक हफ्ते तक ठप रहा. ऐसे में करेंसी से लदे कंटेनर्स कोलकाता डॉक पर ही अटके रहे. इसकी वजह से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के लोगों को कैश की भारी किल्लत का सामना करना पड़ा. ऐसे वक्त में एयर इंडिया की उड़ानें इलाकों के लोगों के लिए बड़ी राहत साबित हुई. इनके जरिए कैश को अंडमान-निकोबार पहुंचाया गया.
 
एयर इंडिया को यात्री उड़ान सेवाओं के लिए दुनिया भर में जाना जाता है. संकट की घड़ी में देश को जब भी जरूरत होती है तब एयर इंडिया अपना योगदान देने से पीछे नहीं रहती. इसी वजह से इसे 'देश की एयरलाइंस' के तौर पर भी जाना जाता है.

    
आरबीआई की ओर से भेजी जाने वाली करेंसी को जल्दी से जल्दी उसकी मंजिल तक पहुंचाने के लिए एयर इंडिया ने हर मुमकिन कोशिश की. रीजनल कार्गो मैनेजर की अगुआई में कोलकाता और गुवाहाटी के बीच शिपमेंट की निगरानी के लिए एयर इंडिया की समर्पित टीम ने काम किया. इसी का नतीजा है कि दूरदराज के इलाकों में भी करेंसी पहुंचाया जा सकी है.
 
एयर इंडिया की ओर से फिलहाल करेंसी नोटों को ही देश में इधर से उधर पहुंचाने को प्राथमिकता दी जा रही है. एयर इंडिया ने इसके लिए कॉमर्शियल हितों को भी पीछे छोड़ दिया है.

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