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पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन बोले- वायु प्रदूषण खतरनाक, लेकिन जानलेवा नहीं

भारत में प्रदूषण के कारण हुई लाखों लोगों की मौत का दावा करने वाली अंतरराष्ट्रीय अध्ययन से केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन इत्तेफाक नहीं रखते. वह कहते हैं, किसी मौत के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार बताना संभवत: ज्यादती होगी.

प्रतीकात्मक प्रतीकात्मक
साद बिन उमर
  • नई दिल्ली,
  • 11 नवंबर 2017,
  • अपडेटेड 10:42 AM IST

भारत में प्रदूषण के कारण हुई लाखों लोगों की मौत का दावा करने वाली अंतरराष्ट्रीय अध्ययन से केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन इत्तेफाक नहीं रखते. वह कहते हैं, किसी मौत के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार बताना संभवत: ज्यादती होगी.

बता दें कि लैंसेट काउंटडाउन 2017 ने पिछले हफ्ते पेश अपनी रिपोर्ट में दावा किया था कि अकेले भारत में वायु प्रदूषण ने वर्ष 2015 में 25 लाख लोगों की जान ले ली. यहां कुछ दूसरे अध्ययन भी है, जो भारत में वायु प्रदूषण के कारण हुई मौतों की बात करते हैं, हालांकि उनमें बताए आंकड़े अलग-अलग है.   

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इसे लेकर सवाल पर हर्षवर्धन ने एनडीटीवी को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'इन अध्ययनों को अंतत: भारत केंद्रित ही होना है. जब आपको फेफेड़ों से जुड़ी बीमारी होती और अगर प्रदूषण के कारण आपके वायु कोष्ठकों (एल्वेयोली) को लगातार नुकसान पहुंच रहा है, फिर एक दिन आपकी मृत्यु हो जाती है, तो आप कुछ हद तक प्रदूषण को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा सकते हैं. लेकिन मैं नहीं मानता हूं कि हमें इसे सामान्यीकरण करते हुए कहना चाहिए कि प्रदूषण के कारण लाखों लोग मर रहे हैं.'

दिल्ली में ठंड के बढ़े कोहरे और वायु प्रदूषण को लेकर केंद्रीय पर्यावरण मंत्री हर्षवर्धन ने इससे पहले कहा था कि खराब हवा को लेकर घबराने की कोई जरूरत नहीं और उम्मीद है कि हालात अगले कुछ दिन में सामान्य हो जाएंगे.

दिल्ली में बीते दिनों वायु प्रदूषण बहुत ही बुरी स्थिति में पहुंच गया और इलाके में कोहरे की मोटी चादर छाई दिखी. इसके बाद सरकार ने राजधानी के स्कूलों को रविवार तक बंद रखने, निर्माण गतिविधियों पर रोक लगाने तथा शहर में ट्रकों के प्रवेश पर रोक लगाने की घोषणा की.

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सीएसआईआर-राष्ट्रीय समुद्र विज्ञान संस्थान द्वारा आयोजित समारोह में भाग लेने आए केंद्रीय मंत्री ने कहा, 'कल से आज हालात में सुधार हुआ है. मौसम के कारण वास्तव में यह सब हुआ है.' उन्होंने कहा, 'कुछ नमी थी जो पूर्वी उत्तर प्रदेश से आई और हवा की रफ्तार की वजह से पार्टिकुलेट मैटर वातावरण में बिखर गए.'

विज्ञान, प्रौद्योगिकी और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का भी प्रभार संभाल रहे हर्षवर्धन ने कहा कि उम्मीद है कि अगले 24 घंटे में अनेक सरकारी एजेंसियों द्वारा उठाये जा रहे कदमों से चीजें नियंत्रण में आ जाएंगी. उन्होंने कहा, 'मुझे उम्मीद है कि चीजें नियंत्रण में आएंगी. किसी को घबराने की जरूरत नहीं है. हमें पर्याप्त सतर्कता बरतनी होगी कि हम ज्यादा से ज्यादा घर के अंदर रहें और अपने बच्चों को ज्यादा प्रदूषित हवा में नहीं जाने दें.'

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